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नागपुर :
मध्य नागपुर स्थित एम्प्रेस मिल (Empress Mill) परिसर की 136 वर्ष पुरानी दीवार रविवार (7 सितंबर) की रात करीब 11:30 बजे अचानक ढह गई। मारवाड़ी चाल से सटी इस दीवार के गिरने से बड़ा हादसा होते-होते टल गया। गनीमत रही कि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, हालांकि मलबे के नीचे चार चार पहिया वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे के समय सभी वाहन खाली थे। यह दीवार छह मीटर ऊंची और लगभग पचास फुट लंबी थी, जिसे 1889 में टाटा समूह द्वारा स्थापित एम्प्रेस मिल के समय बनाया गया था। दीवार के पास बने नाले पर डाले गए स्लैब भी हादसे में ढह गए।
मनपा ने जारी किया नोटिस, दीवार हटाने के निर्देश
सोमवार (8 सितंबर) को नागपुर महानगरपालिका के आयुक्त एवं प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने तत्काल आदेश देते हुए कहा कि जर्जर दीवार को पूरी तरह हटाकर आवश्यक मरम्मत कार्य तुरंत किया जाए। साथ ही वर्तमान मालिक को नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए गए। निरीक्षण के दौरान पूर्व महापौर दयाशंकर तिवारी, मुख्य अभियंता मनोज तालेवार, उपायुक्त गणेश राठौड़ और पूर्व नगरसेवक संजय बालपांडे मौजूद रहे। इसके बाद मनपा गांधीबाग जोन की टीम ने जेसीबी की मदद से मलबा हटाने का काम शुरू किया। इस दौरान उप+अभियंता संजय इंगले, कनिष्ठ अभियंता बी.के. तायडे और दिलीप वंजारी भी उपस्थित रहे।
सीसीटीवी फुटेज में कैद हुआ हादसा
इस हादसे का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें साफ दिखता है कि घटना के वक्त दो दुपहिया वाहन उस रास्ते से गुजर रहे थे। पहली बाइक सुरक्षित निकल गई, लेकिन दूसरी बाइक सवार जैसे ही दीवार के पास पहुँचे, अचानक दीवार भरभराकर गिर गई। चंद सेकंड के अंतर से बाइक सवार और उनके पीछे बैठे लोग मौत के मुंह में जाने से बच गए। यह फुटेज इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोगों ने इसे बेहद खतरनाक संयोग बताया। फिलहाल मनपा प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि परिसर में मौजूद अन्य जर्जर संरचनाओं की भी जांच कर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।