किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग पर बादल फटे! ITBP ने 413 श्रद्धालुओं को किया सुरक्षित रेस्क्यू

06 Aug 2025 14:16:28
- तांगलिंग क्षेत्र में बादल फटने से मची अफरा-तफरी

Kinnar Kailash Yatra(Image Source-Internet)  
एबी न्यूज़ नेटवर्क।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित पवित्र किन्नर कैलाश यात्रा (Kinnar Kailash Yatra) मार्ग पर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब तांगलिंग क्षेत्र के पास अचानक बादल फट गया। इस आपदा के कारण यात्रा मार्ग का एक बड़ा हिस्सा बह गया, जिससे सैकड़ों श्रद्धालु रास्ते में फंस गए। हालात की गंभीरता को देखते हुए, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की 17वीं बटालियन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और अब तक 413 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला गया है।
 
रस्सियों की मदद से किया गया साहसी बचाव कार्य
रेस्क्यू ऑपरेशन में ITBP के एक राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में चार अधीनस्थ अधिकारी और 29 जवानों की टीम शामिल रही। इन जवानों ने रस्सियों की मदद से ‘ट्रैवर्स क्रॉसिंग तकनीक’ का उपयोग कर श्रद्धालुओं को एक-एक कर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। इस अभियान में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की 14 सदस्यीय टीम ने भी भाग लिया। दोनों टीमों ने मिलकर दुर्गम और खतरनाक इलाकों में बेहतरीन तालमेल के साथ काम किया। जिला प्रशासन से सूचना मिलने के बाद यह टीमें फिर से सक्रिय होकर लापता और फंसे हुए अन्य श्रद्धालुओं की तलाश में जुटी हुई हैं।
 
आईएमडी ने दी भारी वर्षा की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आज सुबह 6:30 बजे एक चेतावनी जारी करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर तेज से बहुत तेज बारिश की संभावना है। बिलासपुर, सोलन, शिमला, सिरमौर और मंडी जिलों में अगले 3 से 4 घंटों में भारी बारिश हो सकती है। इसके अतिरिक्त, चंबा, कांगड़ा, हमीरपुर, ऊना, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और कुल्लू में भी बारिश के आसार हैं। लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण शिमला जिले में जनजीवन प्रभावित हुआ है और अधिकांश शैक्षणिक संस्थानों को बंद करना पड़ा है।
 
अब तक 194 मौतें, भारी आर्थिक नुकसान
हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) की रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष 20 जून से 5 अगस्त तक राज्य में मानसून के दौरान 194 लोगों की मौत हो चुकी है और राज्य को कुल 1,85,251.98 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। प्रशासन, ITBP, NDRF और अन्य एजेंसियां संयुक्त रूप से यह सुनिश्चित करने में जुटी हैं कि सभी बचे हुए श्रद्धालुओं को जल्द से जल्द सुरक्षित निकाला जाए।
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