मनोज जरांगे की गिरफ्तारी की मांग, ठाकरे समेत अन्य नेताओं पर कार्रवाई की गुहार

29 Aug 2025 17:05:37
- सदावर्ते ने पुलिस में दर्ज की शिकायत

Gunaratna Sadavarte(Image Source-Internet) 
मुंबई :
मराठा आरक्षण आंदोलन के मुखौटे माने जा रहे मनोज जरांगे (Manoj Jarange) पाटिल और आंदोलनकारियों पर बंबई हाईकोर्ट की शर्तों का पालन न करने का आरोप लगाते हुए अधिवक्ता गुणरत्न सदावर्ते ने उनकी तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है। सदावर्ते ने मुंबई पुलिस आयुक्त और आज़ाद मैदान पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि जरांगे और समर्थकों ने बिना कोर्ट की शर्तों का पालन किए आंदोलन आयोजित किया, जिससे कानून व्यवस्था प्रभावित हुई। सदावर्ते ने मांग की है कि मनोज जरांगे के साथ-साथ उन सांसदों और विधायकों पर भी मामला दर्ज किया जाए जिन्होंने इस आंदोलन का समर्थन किया है।
 
उद्धव ठाकरे समेत नेताओं पर निशाना
सदावर्ते ने खास तौर पर उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने जरांगे आंदोलन का स्वागत कर उसे राजनीतिक रंग दिया है। उनका आरोप है कि ठाकरे ने आंदोलन के बहाने राजनीति करने का प्रयास किया और इसी कारण उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। इसके अलावा शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे, सांसद संजय जाधव और बजरंग अप्पा सोनवणे पर भी कार्रवाई की मांग की गई है। सदावर्ते ने कहा कि जिस तरह से आंदोलनकारियों ने नियमों का उल्लंघन किया है, वह लोकतांत्रिक व्यवस्था और न्यायपालिका की अवमानना है।
 
आंदोलन को लेकर सियासी बयानबाज़ी तेज
इस बीच, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) स्टेशन के बाहर भी सड़क जाम की घटनाएं सामने आईं, जिसे सदावर्ते ने सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति बताया। उन्होंने कहा कि जरांगे महज़ एक मुखौटा हैं और असल में इस आंदोलन की आत्मा राजनीति है। सदावर्ते ने तंज कसते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे यदि सचमुच आंदोलन के साथ हैं तो सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा करें, न कि पीछे से राजनीति खेलें। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के नेता बजरंग बप्पा सोनवणे, संदीप क्षीरसागर, प्रकाश सोलंके सहित कई नेता आंदोलन के मंच पर मौजूद रहे। सदावर्ते ने सवाल उठाया कि आखिर इन नेताओं में कितना साहस है कि वे खुले तौर पर जनता के सामने सच बोलें। उन्होंने सभी पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
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