- मराठा समुदाय के लिए सकारात्मक रुख
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मुंबई:
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Fadnavis) ने मराठा समुदाय की मांगों को लेकर अपना स्पष्ट रुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में जब उनकी सरकार थी, तब मराठा समुदाय को न्याय और आरक्षण दिया गया। फडणवीस ने आरोप लगाया कि पिछली किसी भी सरकार ने मराठाओं के लिए ठोस कदम नहीं उठाए। उन्होंने यह भी कहा कि वे मराठा समुदाय के साथ सकारात्मक हैं और उनकी मांगों का समाधान बातचीत के माध्यम से निकालने का प्रयास करेंगे।
विपक्ष पर निशाना: झगड़ा भड़का रहे हैं
मराठा आरक्षण आंदोलन में मनोज जरांगे के नेतृत्व में मुंबई के आजाद मैदान में प्रदर्शन जारी है। इस पर टिप्पणी करते हुए फडणवीस ने विपक्षी दलों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कुछ दल सहज रुख अपनाने के बजाय समाज में टकराव पैदा कर रहे हैं। फडणवीस ने चेतावनी दी कि मराठा और OBC समुदायों के बीच राजनीति कराना उचित नहीं है और इसे रोकना सभी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक लाभ के लिए जानबूझकर दोनों समुदायों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा कर रहे हैं।
सरकार और प्रशासन का सहयोगी रवैया
फडणवीस ने कहा कि सरकार का दृष्टिकोण सहयोगात्मक है। आंदोलन लोकतांत्रिक तरीके से चल रहा है, इसलिए प्रशासन इसे कानून के दायरे में रखते हुए सहयोग कर रहा है। उन्होंने बताया कि उच्च न्यायालय ने कुछ प्रतिबंध लगाए हैं, और पुलिस उनके निर्देशों के अनुसार कार्रवाई कर रही है। मनोज जरांगे ने आंदोलन के लिए एक दिन की मोहलत मांगी थी, और प्रशासन इसे सकारात्मक दृष्टिकोण से देख रहा है।
समिति के माध्यम से कानूनी समाधान
मुख्यमंत्री ने बताया कि मनोज जरांगे की मांगों पर विचार करने के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है। यह समिति कानूनी और संवैधानिक तरीकों से समाधान निकालने की प्रक्रिया देखेगी। समिति के निर्णय को सरकार के कैबिनेट का निर्णय माना जाएगा। फडणवीस ने जनता से अपील की कि किसी भी तरह की हिंसा या बाधा न डालें, क्योंकि बातचीत और सहयोग के जरिए ही समाधान निकाला जा सकता है।