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नागपुर।
नागपुर के चार वरिष्ठ वकीलों को बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay HC) में अतिरिक्त न्यायमूर्ति नियुक्त किया गया है। इनमें अधिवक्ता मेहरोज अशरफ खान पठान, अधिवक्ता राज दामोदर वाकोडे, अधिवक्ता नंदेश शंकरराव देशपांडे और अधिवक्ता रजनीश रत्नाकर व्यास शामिल हैं। यह नियुक्ति बुधवार को केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद औपचारिक रूप से घोषित की गई। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने कुछ दिन पहले ही इन नामों की सिफारिश की थी।
विधिक सेवाओं में रहा महत्वपूर्ण योगदान
अधिवक्ता मेहरोज खान पठान वर्तमान में नागपुर खंडपीठ में राज्य सरकार के वकील के रूप में कार्यरत हैं। अधिवक्ता नंदेश देशपांडे केंद्र सरकार की ओर से उप सॉलिसिटर जनरल के पद पर कार्यरत हैं। वहीं, अधिवक्ता राज वाकोडे और अधिवक्ता रजनीश व्यास निजी प्रैक्टिस से जुड़े हुए हैं। वाकोडे महाराष्ट्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (MNLU) और MSEDCL के स्थायी वकील भी हैं। इन चारों वकीलों ने वर्षों से संवैधानिक, सिविल और आपराधिक मामलों में अपनी विशेष पहचान बनाई है।
कॉलेजियम ने कुल 14 नामों की सिफारिश की
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने कुल 14 वकीलों के नाम अतिरिक्त न्यायमूर्ति के रूप में नियुक्ति के लिए सुझाए थे। नागपुर के चार वकीलों के अलावा इसमें अधिवक्ता संदीश पाटिल, अधिवक्ता श्रीराम शिरसाट, अधिवक्ता रंजीतसिंह राजा भोसले, अधिवक्ता आशीष चव्हाण, अधिवक्ता फ़रहान दुबाश, अधिवक्ता आबासाहेब शिंदे, अधिवक्ता हितेन वेनेगांवकर, अधिवक्ता अमित जामसांडेकर, अधिवक्ता वैशाली पाटिल-जाधव और अधिवक्ता सिद्धेश्वर थोम्बरे शामिल हैं। नागपुर के वकीलों में वाकोडे 2004 से, देशपांडे 1997 से और व्यास 2001 से वकालत कर रहे हैं। लंबे अनुभव और विधिक विशेषज्ञता के कारण ही इन्हें न्यायपालिका में यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।