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नागपुर।
महानगरपालिका (NMC) ने इस गणेश उत्सव पर पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक विशेष ईको-फ्रेंडली गणेश मूर्ति निर्माण वर्कशॉप आयोजित करने की घोषणा की है। यह कार्यक्रम गुरुवार, 21 अगस्त 2025 को आयोजित किया जाएगा और इसमें नागरिकों को प्राकृतिक और जैव-विघटनीय सामग्री से मूर्तियां बनाने की तकनीक सिखाई जाएगी। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उत्सव के दौरान मूर्तियां सुरक्षित रूप से विसर्जन की जा सके और जल स्रोत या पर्यावरण को किसी प्रकार का नुकसान न पहुंचे।
कार्यशाला का आयोजन और विवरण
यह कार्यशाला कवि सुरेश भट ऑडिटोरियम, नागपुर में सुबह 10 बजे से शुरू होगी। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि यह पहल स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 अभियान के तहत शहर की निरंतर प्रतिबद्धता का हिस्सा है। इस अभियान में स्थायी उत्सव मनाने और समुदाय की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया गया है। कार्यशाला में भाग लेने वाले नागरिकों को इको-फ्रेंडली गणेश मूर्ति बनाने के लिए सभी आवश्यक सामग्री और मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।
पर्यावरण संरक्षण के साथ उत्सव की भावना
इस पहल के माध्यम से नागपुर मनपा का उद्देश्य नागरिकों को यह प्रेरित करना है कि वे गणेशोत्सव को भक्ति और उल्लास के साथ मनाएं, लेकिन साथ ही पर्यावरण की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी निभाएं। अधिकारियों ने कहा कि यह कदम न केवल पारंपरिक उत्सवों को सुरक्षित और स्थायी बनाएगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए साफ-सुथरे जल और पर्यावरण को सुनिश्चित करने में भी मदद करेगा। नगरवासियों से अपेक्षा है कि वे इस कार्यशाला में बढ़-चढ़कर भाग लें और पर्यावरण-अनुकूल गणेश उत्सव की दिशा में योगदान दें।