- आस्था के साथ शांति व स्वच्छता पर जोर
(Image Source-Internet)
नागपुर :
भव्य गणेश उत्सव (Ganesh festival) 27 अगस्त से शुरू होने वाला है। इसके मद्देनजर पुलिस और नागपुर महानगरपालिका (NMC) ने कड़े नियम लागू किए हैं, ताकि आयोजन सुरक्षित, अनुशासित और पर्यावरण हितैषी तरीके से मनाया जा सके। कविवर्य सुरेश भट सभागार में हुई उच्चस्तरीय बैठक में पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्रकुमार सिंगल ने स्पष्ट निर्देश दिए कि डीजे की ध्वनि कानूनी सीमा में रहे और अश्लील या अभद्र गानों पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। यात्रा में अशोभनीय नृत्य पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ट्रैफिक जाम से बचने के लिए विसर्जन जुलूस में शामिल सभी वाहनों में जीपीएस ट्रैकिंग अनिवार्य की गई है।
पर्यावरण हितैषी पहल और सख्त निगरानी
एनएमसी ने गणेश मंडलों से पर्यावरण के अनुकूल मूर्तियों का उपयोग करने और सिंगल-यूज प्लास्टिक से बचने की अपील की है। शहर में 400 से अधिक कृत्रिम तालाब बनाए जाएंगे, ताकि प्राकृतिक जलस्रोत प्रदूषण से बचें। विसर्जन स्थलों पर स्वयंसेवक और सुरक्षा कर्मी तैनात रहेंगे। निर्माल्य (फूल चढ़ावा) संग्रह के लिए एनएमसी के विशेष वाहन चलेंगे। लेजर लाइट्स का उपयोग विसर्जन जुलूस में वर्जित रहेगा। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि ध्वनि प्रदूषण, अवैध साउंड सिस्टम या कचरा फैलाने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सामाजिक जिम्मेदारी और आयोजन की अनुशासनबद्धता
गणेश मंडलों को अग्रिम अनुमति लेने और प्रतिभागियों में अनुशासन बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस वर्ष उत्सव के दौरान रक्तदान शिविर, जरूरतमंद विद्यार्थियों को सहायता, पुस्तक वितरण और नशा मुक्ति जागरूकता जैसे सामाजिक कार्यों को बढ़ावा दिया जाएगा। प्रशासन का संदेश स्पष्ट है भक्ति के साथ उत्सव मनाएं, पर शहर की शांति, अनुशासन और पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाएं। नागपुर इस बार बप्पा का स्वागत श्रद्धा, संगीत और नागरिक जिम्मेदारी के संग करेगा।