इको-फ्रेंडली गणेशोत्सव के लिए NMC की अपील

14 Aug 2025 06:45:33
- नगरवासी और मंडलों से जिम्मेदारी निभाने का आग्रह

Ganesh festival(Image Source-Internet) 
नागपुर :
आगामी 27 अगस्त से शुरू हो रहे गणेशोत्सव (Ganeshotsav) को पर्यावरण अनुकूल (eco-friendly) बनाने के लिए मनपा (NMC) और पुलिस प्रशासन ने शहरवासियों, गणेश मंडलों और स्वयंसेवकों से सामाजिक जिम्मेदारी निभाने का आग्रह किया है। पुलिस आयुक्त डॉ. रविंदर कुमार सिंगल और नगर आयुक्त एवं प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी ने मंगलवार, 12 अगस्त को कविवर्य सुरेश भट सभागृह में आयोजित बैठक में यह अपील की। इस बैठक में संयुक्त पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी, अतिरिक्त आयुक्त वसुमना पंत, वैष्णवी बी., जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनायक महामुनी, अतिरिक्त आयुक्त अजय चरथंकर, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शिवाजी राठौड़, वसंत पर्देशी, उप पुलिस आयुक्त निकेतन कदम, शशिकांत सातव, अतिरिक्त जिलाधिकारी प्रवीण महिरे समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
 
अनुमतियों और नियमों पर विस्तृत मार्गदर्शन
बैठक में सार्वजनिक गणेश मंडलों को विभिन्न विभागों से आवश्यक अनुमति लेने, साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने, थीम आधारित सजावट के जरिए सामाजिक जागरूकता फैलाने, विसर्जन जुलूस की पूर्व सूचना पुलिस को देने, डीजे की ध्वनि सीमा का पालन करने और जुलूस में अश्लील गीतों से बचने के निर्देश दिए गए। अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि यदि सभी मंडल इन उपायों का पालन करेंगे तो नागपुर का गणेश उत्सव देश में एक अलग उदाहरण पेश कर सकता है।
 
ऑनलाइन और ‘वन विंडो’ सुविधा से प्रक्रिया आसान
पिछले दो वर्षों से NMC ने सार्वजनिक गणेश मंडलों के लिए ऑनलाइन अनुमति प्रणाली शुरू की है, जिससे मंडलों को एक ही स्थान पर सभी विभागों से एनओसी मिल सकती है। डॉ. चौधरी के मार्गदर्शन में इस पहल को अच्छा प्रतिसाद मिला है। जो मंडल पिछले वर्ष पंजीकृत हुए थे, उन्हें पुनः पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होगी, लेकिन अनुमति लेना अनिवार्य होगा। उपायुक्त मिलिंद मेश्राम ने पावर प्वाइंट प्रस्तुति के माध्यम से मंडलों को प्रक्रिया समझाई। इसके अलावा प्रत्येक जोन में ‘वन विंडो’ सुविधा भी उपलब्ध है, जहां ऑफलाइन माध्यम से भी सभी अनुमतियां प्राप्त की जा सकती हैं।
 
शाडू मिट्टी की मूर्तियों और अलग तालाबों की व्यवस्था
नगर आयुक्त ने सभी मंडलों से शाडू मिट्टी की मूर्तियां स्थापित करने का आग्रह किया। पिछले वर्ष 98 प्रतिशत मंडलों ने यह अपनाया था और इस वर्ष 100 प्रतिशत लक्ष्य रखा गया है। चार फीट तक और चार फीट से ऊंची मूर्तियों के विसर्जन के लिए अलग कृत्रिम तालाब बनाए जाएंगे, जबकि बड़ी मूर्तियों के लिए गोरेवाड़ा में विशेष सुविधा रहेगी। पुलिस आयुक्त डॉ. सिंगल ने मंडलों से गणेशोत्सव की पवित्रता बनाए रखने और थीम आधारित सजावट से सकारात्मक संदेश फैलाने की अपील की। साथ ही, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने वाले सर्वश्रेष्ठ मंडलों को सम्मानित करने की घोषणा भी की गई।
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