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मुंबई :
बीजेपी नेता और मंत्री आशीष शेलार (Ashish Shelar) द्वारा मराठी भाषा आंदोलन की आलोचना करते हुए की गई टिप्पणी पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने तीखा पलटवार किया है। शेलार ने कहा था कि जैसे पहलगाम में धर्म पूछकर हिंदुओं को गोली मारी गई, वैसे ही यहां भाषा पूछकर निर्दोष हिंदुओं को पीटा जा रहा है। इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि मराठी लोगों की तुलना आतंकवादियों से करना मराठी आत्मसम्मान का अपमान है और जो ऐसा कर रहे हैं, वही असली हत्यारे हैं।
“हमें भाषा से नहीं, हिंदी की जबरदस्ती से दिक्कत”
उद्धव ठाकरे ने साफ कहा कि शिवसेना न तो भाषा के खिलाफ है और न ही किसी समुदाय के खिलाफ, बल्कि हिंदी थोपने की जबरदस्ती के खिलाफ है। ठाकरे ने कहा, “हम शिवसैनिक बिना जाति और धर्म देखे सबकी मदद करते हैं। लेकिन आज जो लोग मराठी के खिलाफ बोल रहे हैं, वही उन पर अन्याय कर रहे हैं और मराठी अस्मिता को खत्म करना चाहते हैं।”
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का भड़काऊ बयान
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने भी ठाकरे बंधुओं पर विवादित टिप्पणी की। दुबे ने कहा, “महाराष्ट्र में कोई उद्योग नहीं, सब कुछ हमारे पास है, तुम लोग हमारी कमाई पर पलते हो और गुंडागर्दी करते हो।” इतना ही नहीं, उन्होंने चुनौती दी कि अगर उद्धव और राज ठाकरे में हिम्मत है, तो महिम दरगाह के सामने जाकर किसी हिंदी या उर्दू भाषी को मारकर दिखाएँ। तभी मैं मानूँगा कि वे बाला साहेब ठाकरे के असली वारिस हैं।
मनसे और शिवसेना के साथ आने से बीजेपी बौखलाई
मुंबई महानगरपालिका चुनाव को देखते हुए राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के एक मंच पर आने की संभावनाओं से बीजेपी खासी असहज नजर आ रही है। उद्धव ठाकरे ने कहा, “हमारे एक होने से बीजेपी की जड़ें हिल गई हैं। डूबे जैसे लोग आग भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मराठी जनता सब देख रही है।” ठाकरे ने यह भी आरोप लगाया कि असली बीजेपी, जो शिवसेना के साथ गठबंधन में थी, उसे खत्म कर दिया गया है और अब जो बीजेपी बची है, वह सिर्फ सत्ता के लिए इधर-उधर से नेता इकट्ठा कर रही है।