- भारत की शतरंज सनसनी ने रचा स्वर्णिम इतिहास
- नागपुर को किया गौरान्वित

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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
भारत की किशोर शतरंज खिलाड़ी दिव्या देशमुख (Divya Deshmukh) ने फिडे महिला वर्ल्ड कप 2025 में इतिहास रच दिया है। बुधवार को जॉर्जिया के बतुमी में खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में दिव्या ने चीन की पूर्व विश्व चैंपियन तान झोंगयी को हराकर फाइनल में जगह बना ली। इस जीत के साथ दिव्या न केवल इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बनीं, बल्कि उन्होंने आगामी कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए भी अपनी जगह पक्की कर ली है।
शानदार प्रदर्शन से दिग्गजों को चौंकाया
पूरे टूर्नामेंट के दौरान दिव्या का प्रदर्शन शानदार रहा। चौथे राउंड में उन्होंने चीन की दूसरी वरीय झू जिनेर को हराकर सबसे बड़ा उलटफेर किया। इसके बाद क्वार्टरफाइनल में उनका मुकाबला भारत की ग्रैंडमास्टर हरिका द्रोणावल्ली से हुआ। हरिका ने 2023 में इस टूर्नामेंट के टॉप 8 में पहुंचकर इतिहास रचा था। दोनों के बीच क्लासिकल खेल ड्रॉ रहे, लेकिन टाईब्रेक में 34 वर्षीय हरिका दिव्या की तेज चालों का मुकाबला नहीं कर सकीं और दिव्या सेमीफाइनल में पहुंच गईं।
अब खिताबी मुकाबले में दिव्या का इंतजार
अब दिव्या का फाइनल में मुकाबला या तो चीन की टॉप सीड खिलाड़ी लेई टिंगजिये से होगा या फिर भारत की शीर्ष रैंकिंग खिलाड़ी कोनेरू हम्पी से। उनका सेमीफाइनल मैच भी दो ड्रॉ के बाद टाईब्रेक में पहुंच गया है। यदि हम्पी फाइनल में पहुंचती हैं, तो वे भी कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करेंगी। हालांकि फाइनल में न पहुंचने पर भी उनके पास क्वालीफाई करने का एक और मौका रहेगा। दिव्या की ऐतिहासिक उपलब्धि ने भारत में महिला शतरंज को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया है और देश को उन पर गर्व है।