प्रग्गनानंद ने फ्रीस्टाइल चेस में रचा इतिहास! कार्लसन को 39 चालों में दी मात

17 Jul 2025 14:17:47
- भारतीय ग्रैंडमास्टर ने विश्व चैंपियन को चौंकाया
- सभी टाइम फॉर्मेट्स में हासिल की जीत
- लास वेगास में भारतीय चमक
 

Praggnananda(Image Source-Internet)  
एबी न्यूज़ नेटवर्क।
भारतीय किशोर शतरंज सितारा आर. प्रग्गनानंद (Praggnananda) ने फ्रीस्टाइल चेस ग्रैंड स्लैम के लास वेगास चरण में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए पांच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को महज 39 चालों में हराकर बड़ा उलटफेर किया। 19 वर्षीय प्रग्गनानंद ने सफेद मोहरों से खेलते हुए मुकाबले पर शुरू से अंत तक दबदबा बनाए रखा और 93.9% की शानदार एक्यूरेसी के साथ जीत दर्ज की। वहीं, कार्लसन की एक्यूरेसी 84.9% रही जो उनके मानकों से काफी कम है। इस जीत के साथ प्रग्गनानंद ने क्लासिकल, रैपिड और ब्लिट्ज तीनों प्रमुख फॉर्मेट्स में कार्लसन को हराने का कीर्तिमान अपने नाम किया।
 
‘फ्रीस्टाइल’ बना पसंदीदा प्रारूप
मैच के बाद प्रग्गनानंद ने कहा, "मुझे क्लासिकल से ज्यादा फ्रीस्टाइल पसंद आ रहा है," उनका यह बयान आत्मविश्वास और निर्भीकता को दर्शाता है जिससे उन्होंने मुकाबले को अंजाम दिया। खास बात यह है कि यह टूर्नामेंट खुद मैग्नस कार्लसन द्वारा सह-स्थापित किया गया है और फ्रीस्टाइल (Chess960) प्रारूप को प्रमोट करने के लिए आयोजित किया गया है। ऐसे में कार्लसन को उन्हीं के बनाए मंच पर मात देना भारतीय ग्रैंडमास्टर के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बन गया।
 
कार्लसन की राह में उतार-चढ़ाव
लास वेगास में शुरुआत में कार्लसन ने विन्सेंट कीमर और लेवोन अरोनियन के खिलाफ जीत दर्ज की थी, लेकिन इसके बाद उनकी लय बिगड़ती गई। तीसरे राउंड में जावोखिर सिंदारोव के खिलाफ ड्रॉ और चौथे राउंड में प्रग्गनानंद के हाथों हार के बाद उनकी स्थिति कमजोर हो गई। इसके बाद वेस्ली सो से हार और नोदिर्बेक अब्दुसत्तोरोव के खिलाफ ड्रॉ ने उनकी चुनौतियों को और बढ़ा दिया। आखिरी राउंड में बिबिसारा असौबायेवा पर जीत के बावजूद वे सीधे क्वार्टरफाइनल में जगह नहीं बना पाए और प्लेऑफ में अरोनियन के खिलाफ दोहरी हार के साथ टूर्नामेंट से बाहर हो गए।
 
भारतीयों का मिला-जुला प्रदर्शन
जहां प्रग्गनानंद ने ग्रुप व्हाइट में 4.5 अंकों के साथ टॉप किया, वहीं अजरबैजानी खिलाड़ी सिंदारोव और उज़बेक खिलाड़ी अब्दुसत्तोरोव भी बराबर अंक लेकर पीछे रहे लेकिन टाईब्रेक के कारण भारतीय खिलाड़ी आगे निकल गए। ग्रुप ब्लैक में भारत के अर्जुन एरिगैसी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीसरा स्थान प्राप्त कर नॉकआउट में जगह बनाई। हालांकि विदित गुजराती को निराशा हाथ लगी और वे अपने ग्रुप में आखिरी स्थान पर रहे। यह टूर्नामेंट न केवल प्रग्गनानंद के लिए बल्कि भारतीय शतरंज के लिए भी मील का पत्थर साबित हुआ है। युवा प्रतिभाओं की यह नई फौज अब विश्व मंच पर खुद को निडरता से साबित कर रही है।
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