- किसानों के हित में लिया गया निर्णय
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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
महाराष्ट्र सरकार ने परंपरागत फूल उत्पादकों के हित में बड़ा फैसला लेते हुए राज्य में कृत्रिम फूलों (Artificial flowers) पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। यह घोषणा राज्य के बागवानी मंत्री भरत गोगावले ने बुधवार को विधानसभा में की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ मंगलवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। गोगावले ने कहा, “हमारे किसान लगातार नुकसान झेल रहे हैं। ऐसे में उनके हितों की रक्षा के लिए यह कदम बेहद जरूरी था।”
विधायक महेश शिंदे ने उठाया था मुद्दा
शिवसेना विधायक महेश शिंदे ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाते हुए कहा कि इससे पहले भी इस विषय को लेकर मंत्री गोगावले और मुख्यमंत्री फडणवीस के साथ बैठक हुई थी, जिसमें फडणवीस ने प्रतिबंध लगाने का आश्वासन दिया था। शिंदे ने कहा कि सस्ते और भारी मात्रा में बनने वाले कृत्रिम फूलों के चलते परंपरागत फूल उत्पादकों की आजीविका पर संकट मंडरा रहा है। उन्होंने इसे किसानों के लिए राहत भरा कदम बताया।
प्राकृतिक फूल उद्योग को मिलेगा बढ़ावा
मंत्री गोगावले ने बताया कि राज्यभर के फूल उत्पादक कृत्रिम फूलों की बाढ़ के कारण आर्थिक नुकसान झेल रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमारे किसान आधुनिक पुष्पोत्पादन, ग्रीन हाउस तकनीक और फसल कटाई के बाद प्रबंधन जैसी ट्रेनिंग ले रहे हैं, इसके बावजूद उन्हें बाज़ार से बाहर किया जा रहा है।” गोगावले ने यह भी जानकारी दी कि इस प्रतिबंध को लागू करने के लिए पर्यावरण मंत्री के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक मौजूदा सत्र के दौरान आयोजित की जाएगी, जिसमें क्रियान्वयन रणनीति और नियमावली को अंतिम रूप दिया जाएगा। यह निर्णय न केवल किसानों को राहत देगा, बल्कि देशी फूलों की पारंपरिक संस्कृति को भी नया जीवन देगा।