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मुंबई :
महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। मुंबई स्थित विधान भवन (Vidhan Bhavan) के बाहर एनसीपी नेता और विधायक डॉ. जितेंद्र आव्हाड तथा बीजेपी विधायक गोपीचंद पडळकर के समर्थकों के बीच जमकर झड़प हो गई। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दोनों नेताओं के समर्थक एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी और धक्का-मुक्की करते नजर आ रहे हैं।
पुरानी रंजिश, नया विवाद
सूत्रों के अनुसार, यह विवाद कुछ दिन पहले शुरू हुआ था, जब जितेंद्र आव्हाड ने गोपीचंद पडळकर का नाम लिए बिना विधान भवन की रेड कार्पेट पर नारेबाजी की थी। अब उस घटना के बाद का असर सामने आया है। आज दोनों नेताओं के समर्थक विधान भवन की सीढ़ियों पर आमने-सामने आ गए और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। कुछ कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई और गाली-गलौज की भी खबर है।
विधानसभा में भी उठा मामला
इस घटना की गूंज सीधे विधानसभा में भी सुनाई दी। कई विधायकों ने इस पर चिंता जताई। विधायक सना मलीक ने विधान भवन में प्रवेश को लेकर असुरक्षा जताई और कहा कि “अब यहां आना मुश्किल होता जा रहा है।” घटना को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच भी तीखी बहस देखी गई।
आव्हाड का तीखा बयान: 'अगर विधायक ही सुरक्षित नहीं, तो क्यों रहें विधान सभा में?'
जितेंद्र आव्हाड ने इस पूरी घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, “यह पहली बार है जब पडळकर के समर्थकों ने मुझ पर हमला किया है। अगर आप गुंडों को विधानसभा में घुसने देंगे, तो कोई सुरक्षित नहीं रहेगा।” उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें गालियां दी गईं, जान से मारने की धमकी दी गई और अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा, “मुझे कुत्ता, सुअर कहा गया और मारने की धमकी दी गई। सब मुझे मारने के इरादे से आए थे।” अंत में उन्होंने गुस्से में सवाल उठाया कि “अगर विधायक ही सुरक्षित नहीं हैं, तो विधान सभा में क्यों रहें?” यह घटना राज्य की राजनीति को हिला देने वाली है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है और दोनों पक्षों के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।