- महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में अनोखी पहल
नागपुर :
महानगरपालिका (NMC) ने शहर की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और पर्यावरण को संवारने के लिए एक अभिनव कदम उठाया है। महानगरपालिका की अपर आयुक्त वैष्णवी बी. ने मंगलवार को सीताबर्डी स्थित नेताजी फूल मार्केट का दौरा किया और वहां पर प्रतिदिन बेकार होने वाले फूलों के पुनः उपयोग पर विस्तार से चर्चा की। इस पहल का उद्देश्य है कि इन यूजलेस फूलों से गुलकंद, अगरबत्ती, धूपबत्ती, अत्तर, सुगंधित वस्तुएं, रूम फ्रेशनर और प्राकृतिक रंग जैसे अनेक उपयोगी उत्पाद बनाए जाएं। इस प्रकार न केवल कचरा प्रबंधन की समस्या का समाधान होगा, बल्कि महिलाओं के लिए आर्थिक स्वावलंबन के नए रास्ते भी खुलेंगे।
फूलों की महक से जुड़ेगा महिलाओं का भविष्य
इस अवसर पर समाज विकास विभाग की उपायुक्त डॉ. रंजन लाडे, मुख्य स्वच्छता अधिकारी डॉ. गजेंद्र महाले, समाज कल्याण विभाग के विनय त्रिलोकवार और फ्लाइट इंस्टीट्यूट की कविता डंभारे समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे। दौरे के दौरान अपर आयुक्त ने फूल विक्रेताओं से संवाद करते हुए यह जाना कि प्रतिदिन कितनी बड़ी मात्रा में फूल बेकार हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि इन्हें कचरे में फेंकने के बजाय, अगर सही ढंग से प्रोसेस कर उपयोगी वस्तुएं बनाई जाएं, तो इससे महिला स्व-सहायता समूहों को नया व्यवसाय मिल सकता है और साथ ही पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान होगा।
कचरे से कमाई और काबिलियत की कहानी
महापालिका की इस योजना के तहत शहर में महिला स्व-सहायता समूहों का एक क्लस्टर तैयार किया जाएगा, जो इन बेकार फूलों से उत्पाद निर्माण का कार्य संभालेंगे। इससे न सिर्फ फूलों के कचरे का उचित प्रबंधन होगा बल्कि इससे आर्थिक लाभ भी मिलेगा और महिलाओं के लिए नए रोजगार के अवसर खुलेंगे। वैष्णवी बी. ने विश्वास जताया कि यह पहल नगर के सौंदर्य और स्वच्छता के साथ-साथ महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में भी एक मजबूत कदम साबित होगी। नागपुर की सड़कों पर बिखरे फूल अब सिर्फ सजावट का हिस्सा नहीं, बल्कि अनेक परिवारों की आजीविका का जरिया बनेंगे।