71 दवाओं के लिए सरकार ने तय की नई कीमतें! डायबिटीज और कैंसर के इलाज भी शामिल

16 Jul 2025 14:50:13
 
NPPA
 (Image Source-Internet)
एबी न्यूज़ नेटवर्क।
देश की शीर्ष दवा मूल्य निर्धारण संस्था, नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) ने ड्रग (प्राइस कंट्रोल) ऑर्डर (DPCO), 2013 के तहत 71 दवाओं (Medicines) की कीमतें तय कर दी हैं। इनमें डायबिटीज की कई अहम दवाएं और एक प्रमुख कैंसर की दवा भी शामिल है। एनपीपीए ने दवाओं की कीमतें खास फॉर्मूलेशन, डोज और निर्माताओं के हिसाब से निर्धारित की हैं, जिससे मरीजों के मेडिकल खर्च पर सीधा असर पड़ने की उम्मीद है।
 
कौन-कौन सी दवाओं की कीमत तय की गई?
तय की गई 71 दवाओं में कई एंटी-डायबिटिक दवाएं और उनके कॉम्बिनेशन शामिल हैं। इनमें इम्पाग्लिफ्लोज़िन भी है, जो इस साल की शुरुआत में पेटेंट से बाहर हुई, और अब इसे पुरानी लिस्टेड दवाओं के साथ जोड़ा गया है। इन दवाओं की कीमत अब प्रति टैबलेट 14 रुपये से 31 रुपये के बीच होगी। इसके अलावा, एनपीपीए ने रिलायंस लाइफ साइंसेज द्वारा बनाई जाने वाली कैंसर की दवा ट्रास्टुज़ुमैब की कीमत 11,966 रुपये प्रति वायल तय की है। यह दवा नेशनल लिस्ट ऑफ एसेंशियल मेडिसिन (NLEM) में शामिल है, इसलिए इसके दाम नियंत्रण में रखे जाते हैं।
 
अन्य दवाओं पर भी असर
एनपीपीए ने एंटीबैक्टीरियल दवा सेफ्ट्रियक्सोने के कॉम्बिनेशन की कीमत 515 रुपये से 1,036 रुपये प्रति वायल के बीच तय की है। पेरासिटामोल सस्पेंशन की कीमत 0.66 रुपये प्रति मिली तय की गई है। वहीं, पीरियड्स के दर्द में इस्तेमाल होने वाली मेफेनामिक एसिड सस्पेंशन की कीमत 0.94 रुपये प्रति मिली तय की गई है। इन नई कीमतों से आम आदमी को इलाज में थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
 
भारत में दवाओं के दाम कैसे तय होते हैं?
भारत में दवाओं की कीमतें एनपीपीए द्वारा डीपीसीओ के तहत नियंत्रित की जाती हैं। नेशनल लिस्ट ऑफ एसेंशियल मेडिसिन्स (NLEM) में शामिल जरूरी दवाओं के लिए एनपीपीए सीलिंग प्राइस तय करता है। 2022 की नई NLEM में 384 दवाएं शामिल हैं। एनपीपीए इन दवाओं की औसत रिटेलर कीमत निकालकर उस पर मामूली मुनाफा जोड़कर कीमत तय करता है। इन कीमतों को हर साल होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) के हिसाब से संशोधित किया जाता है। गैर-निर्धारित दवाओं के मामले में निर्माता सालाना अधिकतम 10% तक ही दाम बढ़ा सकते हैं, और अगर एनपीपीए को कहीं अनुचित मूल्य वृद्धि दिखे, तो वह दखल देकर कार्रवाई भी कर सकता है।
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