जाह्नवी डांगेती : भारत की अंतरिक्ष यात्रा की नई उम्मीद

    24-Jun-2025
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- 2029 के मिशन का होगी हिस्सा

Jahnavi Dangeti(Image Source-Internet) 
एबी न्यूज़ नेटवर्क।
आंध्र प्रदेश के पलकोल्लु की 23 वर्षीय इंजीनियर जाह्नवी डांगेती (Jahnavi Dangeti) ने इतिहास रचते हुए 2029 में होने वाली अमेरिकी अंतरिक्ष मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्री उम्मीदवार के रूप में चयनित होकर भारत का नाम रोशन किया है। यह मिशन टाइटन्स स्पेस कंपनी द्वारा संचालित होगा, जिसमें जाह्नवी भारत की पहली अंतरिक्ष यात्री के रूप में अपनी पहचान बनाएंगी। इस मिशन में वह पृथ्वी की कक्षा में दो चक्कर लगाएंगी और तीन घंटे शून्य गुरुत्वाकर्षण का अनुभव करेंगी।
 
कड़ी मेहनत और उच्च शिक्षा का फल
जाह्नवी ने अपनी इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग की डिग्री पंजाब की लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से प्राप्त की है। उन्होंने नासा के केनेडी स्पेस सेंटर में आयोजित इंटरनेशनल एयर एंड स्पेस प्रोग्राम को पूरा करने वाली पहली भारतीय महिला बनने का गौरव भी हासिल किया। इसके अलावा, पोलैंड के एनालॉग एस्ट्रोनॉट ट्रेनिंग सेंटर से सबसे कम उम्र में प्रशिक्षण पूर्ण करने वाली भी जाह्नवी हैं। उनका चयन इस क्षेत्र में उनके अथक समर्पण और उत्कृष्टता का प्रमाण है।
 
सम्मान और प्रेरणा का स्रोत
मई 2025 में, जाह्नवी को गुंटूर में चिल्ड्रन स्पेस क्लब ऑफ इंडिया द्वारा उनके अंतरिक्ष विज्ञान में योगदान के लिए सम्मानित किया गया। उनका यह सफर युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो सपनों को सच करने के लिए कठिन परिश्रम और आत्मविश्वास की आवश्यकता बताता है। जाह्नवी ने कहा है कि उनका सपना है कि वे एक दिन मार्स पर कदम रखने वाली पहली भारतीय बनेंगी।
 
भविष्य की नई दिशाएं और उम्मीद
जाह्नवी डांगेती का 2026 में शुरू होने वाला कड़ी प्रशिक्षण कार्यक्रम उनके अंतरिक्ष मिशन की तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उनकी कहानी यह साबित करती है कि अगर मेहनत, लगन और साहस हो तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। भारत के लिए उनकी यह उपलब्धि न केवल गर्व का विषय है, बल्कि यह देश के अंतरिक्ष विज्ञान क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने की उम्मीद भी जगाती है।