एयर इंडिया हादसे में नागपुर के मृतकों को श्रद्धांजलि!

22 Jun 2025 19:44:56
- कामदार परिवार की पीड़ा में शामिल हुए सैकड़ों लोग
- नागपुरवासियों की आंखें हुई नम

Tribute victims(Image Source-Internet)  
नागपुर :
अहमदाबाद विमान हादसे में असमय काल के गाल में समा गईं नागपुर की यशा कमदार, उनके दो वर्षीय पुत्र रूद्र और सास रक्षा मोढा को श्रद्धांजलि देने के लिए शनिवार को नागपुर के कलमना रोड स्थित निवेद्यम एस्टोरिया में प्रार्थना सभा आयोजित की गई। इस शोकसभा में परिजन, समाजजन, और अनेक राजनीतिक व सामाजिक हस्तियों ने भाग लेकर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की। इस श्रद्धांजलि सभा में विधायक कृष्णा खोपड़े, भाजपा नेता जयप्रकाश गुप्ता, सौराष्ट्र दशा श्रीमाली वणीक संघ के अध्यक्ष विपुल कोठारी, जितेश गोढ़ा, विपिन कामदार, जिनेंद्र बादानी, मितेश रुपाणी, एवं वर्धमान स्थानकवासी जैन संघ के प्रतिनिधि भरत बटाविया, नितिन खारा, राजेंद्र कामदार, दिलीप कामदार, मयूर खारा और पंकज बाखई शामिल हुए। यशा के माता-पिता मनीष और बीना कामदार, भाई कशिश कामदार तथा परिवार के अन्य सदस्य भी गहरे दुख के साथ उपस्थित रहे।
 
राष्ट्रीय शोक में शामिल नागपुर, दुर्घटना में तीन पीढ़ियों का अंत
यशा कामदार नागपुर के क्वेटा कॉलोनी की निवासी थीं। वे अपने पुत्र और सास के साथ लंदन एक शोक सभा में सम्मिलित होने जा रही थीं। दुर्भाग्यवश, 12 जून को अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के 36 सेकंड के भीतर एयर इंडिया फ्लाइट AI171 बीजे मेडिकल कॉलेज, मेघाणी नगर के हॉस्टल से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में विमान में सवार 241 यात्रियों में से केवल एक ही जीवित बच पाया, जबकि जमीन पर मौजूद 39 लोग भी मारे गए। इस तरह कुल मृतकों की संख्या 280 से अधिक हो गई। इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी भी शामिल थे, जिनकी पहचान डीएनए परीक्षण से की गई। यशा, रूद्र और रक्षा जी की इस त्रासदीपूर्ण मृत्यु ने न केवल नागपुर को, बल्कि पूरे देश को झकझोर दिया है।
 
भ्रष्टाचार के आरोप, न्याय की मांग
यशा के पिता मनीष कामदार ने अहमदाबाद एयरपोर्ट की इमिग्रेशन टीम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने शिशु रूद्र के यात्रा दस्तावेजों को लेकर जानबूझकर देरी की और 1,000 पाउंड की रिश्वत मांगी थी। दुर्भाग्य से इस बीच विमान उड़ान भर चुका था और कुछ ही समय में हादसे का शिकार हो गया। कमदार परिवार ने इस संबंध में उच्च स्तरीय शिकायत दर्ज कराने का निर्णय लिया है। उधर, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने दुर्घटना की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित कर दी है। डीजीसीए, एनडीआरएफ, सीआईएसएफ और अन्य एजेंसियां राहत व पुनर्पहचान कार्य में जुटी हुई हैं। डीएनए परीक्षण के माध्यम से 230 से अधिक शवों की पहचान हो चुकी है और 210 से अधिक शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। नागपुर आज अपने तीन अनमोल रत्नों को खोने का शोक मना रहा है।
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