- सत्तेनापल्ली में हुए हादसे ने सुरक्षा व्यवस्था पर उठाए सवाल
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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
हैदराबाद से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख जगनमोहन रेड्डी (Jaganmohan Reddy) के स्वागत के दौरान एक 70 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति की कार के नीचे कुचलकर मौत हो गई। यह हादसा शनिवार को सत्तेनपल्ली में हुआ, जहां रेड्डी एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। जैसे ही उनका काफिला वहां पहुंचा, हजारों की संख्या में समर्थक बैनर और फूल-मालाएं लेकर उनके स्वागत में दौड़ पड़े। इसी दौरान, चिल्ली सिंग नामक एक बुजुर्ग भी कार के पास पहुंचे, लेकिन भीड़ और भगदड़ के बीच उनकी गर्दन रेड्डी की कार के पहिए के नीचे आ गई, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
राजनीति हुई गर्म, सुरक्षा पर उठे सवाल
इस दर्दनाक घटना के बाद विपक्ष ने सुरक्षा व्यवस्था पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री के काफिले की सुरक्षा में भारी चूक हुई है। गुन्टूर जिले के एसपी सतीश कुमार और गुन्टूर रेंज के आईजी सरसत त्रिपाठी ने इस घटना की पुष्टि करते हुए इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। हालांकि सवाल यह भी उठ रहा है कि जब केवल तीन वाहनों को आधिकारिक रूप से अनुमति दी गई थी, तो रेड्डी के काफिले में 30 से 35 वाहन कैसे शामिल हो गए। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस पूरे मामले की जांच की जाएगी कि ये अतिरिक्त वाहन कहां से आए, किसके थे और इन्हें काफिले में शामिल होने की अनुमति किसने दी।
भीड़ में व्यवस्था चरमराई, पुलिस बल मौके पर
हादसे के तुरंत बाद गुन्टूर जिले की पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। परंतु, इस घटना ने प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी है। जिस तरह भीड़ को संभालने में पुलिस विफल रही, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि राजनीतिक कार्यक्रमों में भीड़ प्रबंधन और वीआईपी सुरक्षा के बीच संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है। चिल्ली सिंग की मौत ने जहां उनके परिवार को गहरा दुख दिया है, वहीं इस घटना ने राज्य में राजनीतिक हलचल को भी तेज कर दिया है।