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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
ताइवान की प्रमुख सेमीकंडक्टर कंपनी TSMC (TSMC) ने अप्रैल 2025 में अपनी राजस्व में 22.2% की मासिक वृद्धि दर्ज की है। कंपनी ने अप्रैल में कुल 349.57 बिलियन न्यू ताइवान डॉलर (NTD) का राजस्व हासिल किया, जो मार्च 2025 के 285.96 बिलियन NTD से काफी अधिक है। वहीं सालाना आधार पर यह वृद्धि 48.1% रही, क्योंकि अप्रैल 2024 में कंपनी की आय 236.02 बिलियन NTD थी। जनवरी से अप्रैल 2025 के बीच कंपनी की कुल आय 1,188.82 बिलियन NTD रही, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 43.5% अधिक है।
वैश्विक बाजार में TSMC का दबदबा बरकरार
TSMC दुनिया की सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर फाउंड्री है, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 2024 की चौथी तिमाही में लगभग 67.1% रही। इसके चलते सैमसंग की हिस्सेदारी घटकर 8% से कुछ अधिक रह गई। 2024 में TSMC ने दुनिया भर में 500 से अधिक ग्राहकों को सेवा दी और 11,878 से अधिक उत्पादों का निर्माण किया, जिनका उपयोग हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग, स्मार्टफोन, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), ऑटोमोबाइल और डिजिटल उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में किया गया।
2025 में 697 अरब डॉलर तक पहुंच सकती है वैश्विक सेमीकंडक्टर बिक्री
डेलॉइट की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में सेमीकंडक्टर उद्योग ने 19% की वृद्धि के साथ 627 अरब डॉलर की बिक्री दर्ज की, जो पहले के 611 अरब डॉलर के अनुमान से कहीं अधिक थी। 2025 में यह बिक्री 697 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। रिपोर्ट में बताया गया है कि जनरेटिव एआई चिप्स की मांग—जिसमें सीपीयू, जीपीयू, डेटा सेंटर कम्युनिकेशन चिप्स, मेमोरी और पावर चिप्स शामिल हैं—इस तेजी का प्रमुख कारण है।
भारत में सेमीकंडक्टर निर्माण को मिल रहा सरकारी समर्थन
सेमीकंडक्टर उद्योग की बढ़ती भूमिका को देखते हुए भारत सरकार ने भी इस क्षेत्र में निवेश बढ़ाया है। 'सेमिकॉन इंडिया' कार्यक्रम के तहत 76,000 करोड़ रुपये की योजना चलाई जा रही है। अब तक सरकार ने पांच सेमीकंडक्टर परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिनमें एक सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन यूनिट और चार ATMP/OSAT यूनिट्स शामिल हैं। इन परियोजनाओं में कुल निवेश लगभग 1,52,000 करोड़ रुपये का होगा और इन्हें 4 से 6 वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य है।