भारत-पाक युद्ध में 'नागास्त्र' की गूंज! नागपुर में बनी तकनीक ने ऑपरेशन सिंदूर में दिखाया दम

    09-May-2025
Total Views |
 
Nagastra
 (Image Source : Internet)
नागपुर:
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनावपूर्ण संघर्ष के दौरान चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) में नागपुर की सोलर इंडस्ट्रीज द्वारा विकसित स्वदेशी ड्रोन 'नागास्त्र' ने अहम भूमिका निभाई। यह ड्रोन पाकिस्तान के भीतर किए गए सटीक हमलों में भारतीय सेना के लिए एक निर्णायक हथियार साबित हुआ। इसकी तकनीकी दक्षता और मारक क्षमता ने न केवल दुश्मन को चौंकाया, बल्कि भारत की सैन्य ताकत में भी नया अध्याय जोड़ा। सोलर इंडस्ट्रीज के चेयरमैन सत्यनारायण नुवाल ने कहा, “यह हमारे लिए गर्व की बात है कि नागपुर की धरती पर विकसित तकनीक से देश की रक्षा हो रही है।”
 
प्रधानमंत्री ने किया 'नागास्त्र-3' का लाइव डेमो निरीक्षण
30 मार्च 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर स्थित सोलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस लिमिटेड का दौरा कर रक्षा उत्पादन में हो रही प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने युद्ध सामग्री की परीक्षण रेंज और रनवे का उद्घाटन किया। इस दौरान ‘नागास्त्र-3’ ड्रोन प्रणाली का लाइव डेमो भी प्रस्तुत किया गया, जिसे देखकर प्रधानमंत्री ने भारतीय रक्षा तकनीक की सराहना की। यह दौरा भारत की आत्मनिर्भर रक्षा नीति को और अधिक मजबूती प्रदान करता है।
 
‘नागास्त्र’ ड्रोन की खासियत बनी चर्चा का विषय
‘नागास्त्र’ ड्रोन की क्षमताएं अब युद्ध विशेषज्ञों के बीच चर्चा का विषय बन चुकी हैं। इसकी 100 किमी तक की रेंज, 5 घंटे तक लगातार उड़ान भरने की क्षमता, छिपकर हमला करने की तकनीक और लाइव वीडियो फीडिंग जैसी सुविधाएं इसे अत्याधुनिक बनाती हैं। सबसे खास बात यह है कि यह ड्रोन सफल मिशन के बाद पैराशूट के माध्यम से सुरक्षित रूप से लौट सकता है। दिसंबर 2024 में जब इसे आधिकारिक तौर पर भारतीय सेना में शामिल किया गया, तभी से यह भविष्य के युद्ध संचालन में एक क्रांतिकारी बदलाव का संकेत माना जा रहा था जिसे अब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में सिद्ध कर दिया गया है।