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नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को 'ऑपरेशन सिन्दूर' के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कैबिनेट को ऑपरेशन की जानकारी दी। भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा बुधवार सुबह किए गए इस लक्षित हमले का उद्देश्य 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देना था।
'ऑपरेशन सिन्दूर': नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक वार
भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि ऑपरेशन सिन्दूर के तहत कुल नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर नष्ट किया गया। इन ठिकानों का चयन इस तरह से किया गया कि नागरिक इलाकों और आम लोगों को कोई नुकसान न पहुंचे। उन्होंने कहा, “यह ऑपरेशन पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए किया गया था।”
मुरिदके और सियालकोट के आतंकी ठिकाने ध्वस्त
प्रेस वार्ता में कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि मुरिदके, सियालकोट के सरजल कैंप, बरनाला का मरकज़ अहले हदीस, कोटली का मरकज़ अब्बास और मेहमूना जोया कैंप को सफलतापूर्वक नष्ट किया गया। मुरिदके वही स्थान है जहां 2008 के मुंबई हमलों के आरोपी डेविड हेडली और अजमल कसाब को प्रशिक्षण मिला था। उन्होंने इस कार्रवाई के वीडियो भी दिखाए।
विदेश सचिव ने बताया आतंकी हमले का मकसद
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पहलगाम हमला जम्मू-कश्मीर में लौटती सामान्य स्थिति को बाधित करने के उद्देश्य से किया गया था। उन्होंने कहा, “हमला अत्यंत क्रूरता के साथ किया गया, जहां पीड़ितों को नजदीक से गोली मारी गई और परिवार के सामने उन्हें मारा गया ताकि उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा सके।” उन्होंने इसे आतंकियों की सुनियोजित साजिश बताया।