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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
मुंबई में इजरायल के कौंसल जनरल कोबी शोशानी ने भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) की खुलकर सराहना की है। उन्होंने कहा कि यह एक साहसिक कदम है और इसका नाम भी बेहद प्रेरणादायक व सारगर्भित है। शोशानी ने ANI से बातचीत में कहा, "भारत को आत्मरक्षा का अधिकार है। यह भारत की ओर से दुनिया को एक स्पष्ट संदेश है कि आतंक के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।"
'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम दिल को छू गया: शोशानी
शोशानी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम को लेकर भी विशेष भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, "इस ऑपरेशन का नाम मेरे दिल को छू गया। यह एक बेहद परिष्कृत, प्रतीकात्मक और प्रेरणादायक नाम है। यह बहुत नाटकीय भी है और बिल्कुल सटीक संदेश देता है।" उन्होंने आगे कहा कि भारत और पूरी दुनिया आतंकवाद को कहीं भी—चाहे वह पश्चिम एशिया हो या भारत—अब बर्दाश्त नहीं करेगी।
भारत ने आतंकियों को दिया स्पष्ट संदेश
इज़रायली राजनयिक ने कहा, "आतंकी संगठनों को यह समझना होगा कि ऐसी हरकतों का जवाब उन्हें ज़रूर मिलेगा। भारत ने इस कार्रवाई के माध्यम से आतंकियों को स्पष्ट और कठोर संदेश दिया है। हम अपने प्यारे वतन के खिलाफ किसी भी आतंकी गतिविधि को सहन नहीं करेंगे।"
ऑपरेशन सिंदूर: न्याय की दिशा में निर्णायक कदम
नई दिल्ली में आयोजित प्रेस वार्ता में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उद्देश्य पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय दिलाना था। इस दौरान नौ आतंकी शिविरों को सफलतापूर्वक नष्ट किया गया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अभियान की योजना इस प्रकार बनाई गई थी कि किसी भी नागरिक को नुकसान न हो। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पहलगाम हमला कश्मीर में लौटती सामान्य स्थिति को पटरी से उतारने की साज़िश थी, जिसमें निर्दोष लोगों की निर्ममता से हत्या की गई।