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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
श्री अमरनाथ जी यात्रा 2025 की शुरुआत में अब दो महीने से भी कम समय बचा है और इसके साथ ही पहलगाम मार्ग पर तैयारियाँ तेज़ी पकड़ रही हैं। यात्रा 3 जुलाई से शुरू होनी है, और इस बार सुरक्षा एजेंसियों और नागरिक विभागों के बीच बेहतर समन्वय देखने को मिल रहा है ताकि तीर्थयात्रियों की यात्रा सुरक्षित और सुगम हो सके। नुनवान बेस कैंप, जो पहलगाम के पास स्थित मुख्य पंजीकरण और ट्रांजिट केंद्र है, वहां इन दिनों टट्टुओं, उनके मालिकों और सेवा प्रदाताओं का बड़े पैमाने पर सत्यापन और पंजीकरण किया जा रहा है।
टट्टुओं और मालिकों का हो रहा सख्त सत्यापन और स्वास्थ्य परीक्षण
नुनवान बेस कैंप पर श्रम विभाग और पशुपालन विभाग (अनंतनाग) की संयुक्त टीम पंजीकरण प्रक्रिया की निगरानी कर रही है। अधिकारी जहां टट्टू मालिकों की पहचान और पृष्ठभूमि की जांच कर रहे हैं, वहीं पशु चिकित्सक टट्टुओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे हैं। पशुपालन विभाग के डॉ. बुरहानुद्दीन ने बताया कि "पहले टट्टू मालिकों का पुलिस सत्यापन होता है, फिर श्रम विभाग में पंजीकरण किया जाता है। उसके बाद हमारे पास स्वास्थ्य परीक्षण के लिए आते हैं। फिट पाए जाने पर उन्हें हेल्थ सर्टिफिकेट और बीमा कवरेज दिया जाता है।"
बीमा मुफ्त, हर टट्टू को मिल रहा यूनिक आईडी टैग
डॉ. बुरहानुद्दीन ने आगे बताया कि पंजीकृत प्रत्येक टट्टू को एक यूनिक टैग दिया जाता है जिससे उसकी पहचान की जा सके। इस टैग की मदद से टट्टू और उसके मालिक का विवरण सुरक्षित रहता है और किसी अप्रिय घटना की स्थिति में बीमा दावे को भी पूरा किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि अब तक नुनवान कैंप में लगभग 1,200 टट्टुओं का पंजीकरण किया जा चुका है। यह प्रक्रिया 15 जून तक चलेगी और उसके बाद यात्रा से पहले सभी पंजीकरण पूरे कर लिए जाएंगे।
सुरक्षा और बुनियादी ढांचे पर विशेष ध्यान
नुनवान कैंप में अस्थायी आवास, स्वच्छता सुविधाओं और नियंत्रण केंद्रों का निर्माण भी तेजी से हो रहा है ताकि लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ को संभाला जा सके। परंपरागत रूप से सुरक्षा बलों की तैनाती यात्रा से एक माह पहले होती थी, लेकिन हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, इस बार मई के अंत तक ही सुरक्षा बलों की तैनाती की संभावना जताई जा रही है। विभागों के बीच समन्वय, समय से सुरक्षा इंतजाम और सुनियोजित व्यवस्थाओं के ज़रिए इस बार की यात्रा को और अधिक सुरक्षित और भावनात्मक रूप से समृद्ध बनाने का लक्ष्य रखा गया है।