पूर्वी भारत में तेज बारिश और दबाव का असर
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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून (Monsoon) सक्रिय हो गया है और इसकी आहट पूर्वी भारत में साफ़ देखी जा रही है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश दर्ज की गई है। बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव के चलते तेज़ हवाएं और गरज के साथ बारिश हो रही है। पूर्वी भारत में मानसून के जल्द आगमन की संभावना जताई जा रही है।
मध्य भारत में अलर्ट, केरल-मुंबई में रिकॉर्ड बारिश
मध्य प्रदेश के 36 जिलों में तेज़ आंधी और बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर जैसे शहरों में हवाएं 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। वहीं, केरल में भारी बारिश के कारण आठ जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है। कोट्टायम में सभी शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए हैं। मुंबई में भी 107 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है, जहां मई में एक ही दिन में 135 मिमी बारिश दर्ज की गई।
उत्तर भारत और दिल्ली-एनसीआर में मौसम का मिज़ाज बदला
दिल्ली-एनसीआर में भी मौसम ने करवट ली है। 186.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है, जो सामान्य से काफी अधिक है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में गरज-चमक के साथ बारिश और तेज़ हवाएं चलने की संभावना है। उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी 30 मई से 3 जून तक बारिश और आंधी की चेतावनी दी गई है।
पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में भारी बारिश की चेतावनी
आईएमडी ने पूर्वोत्तर राज्यों असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और नागालैंड में 1 जून तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। मेघालय में 30 मई को कुछ जगहों पर अत्यधिक भारी वर्षा (>30 सेमी) की संभावना है। दक्षिण भारत के केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश में भी अगले कुछ दिनों तक बारिश, गरज और तेज़ हवाओं की चेतावनी जारी की गई है।
मानसून समय से पहले, सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना
आईएमडी ने बताया कि इस साल मानसून ने सामान्य से एक सप्ताह पहले, 24 मई को ही केरल में दस्तक दे दी थी। यह 2009 के बाद सबसे जल्दी आगमन है। विभाग के अनुसार, जून से सितंबर के दौरान पूरे देश में सामान्य से अधिक वर्षा (दीर्घकालिक औसत का 108%) की संभावना है। हालांकि, अधिक वर्षा से कृषि और जल संसाधनों को लाभ मिलेगा, लेकिन बाढ़, ट्रांसपोर्ट में बाधा और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी सामने आ सकती हैं।