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मुंबई।
मुंबई में आयोजित वेव्स समिट (WAVES Summit) 2025 भारत के मीडिया और मनोरंजन जगत के लिए एक प्रमुख मंच बनकर उभरा है, जिसने देश के वैश्विक गेमिंग उद्योग में नेतृत्व की महत्वाकांक्षा को उजागर किया। इस समिट में कंटेंट क्रिएटर्स, स्टार्टअप, नीति निर्माता और उद्योग जगत के दिग्गजों ने हिस्सा लिया और भारतीय डिजिटल एंटरटेनमेंट, विशेष रूप से गेमिंग इनोवेशन की संभावनाओं पर चर्चा की।
'क्रिएट इन इंडिया चैलेंज' ने युवाओं को दिया नया मंच
सरकार द्वारा शुरू किया गया 'क्रिएट इन इंडिया चैलेंज' समिट का एक मुख्य आकर्षण रहा, जिसका उद्देश्य भारतीय संस्कृति पर आधारित मौलिक गेम्स को प्रोत्साहित करना है। इस पहल ने आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से निकले युवा डेवलपर्स को प्रेरित किया है। ऑल इंडिया गेमिंग फेडरेशन के सीईओ रोलैंड लैंडर्स ने कहा, "आज ऑनलाइन स्किल गेमिंग इंडस्ट्री में इनोवेशन और आइडिएशन देखने को मिल रही है।"
स्थानीयता में वैश्विकता की झलक
भारतीय गेमिंग प्लेटफॉर्म ज़ूपी जैसे ब्रांड्स ने स्थानीय सांस्कृतिक खेलों को आधुनिक रूप में प्रस्तुत कर बड़ी सफलता पाई है। ज़ूपी के डायरेक्टर ऑफ पब्लिक पॉलिसी, रवि शंकर झा ने कहा, "हमारी कोशिश है कि हम भारत के जनमानस से जुड़ी कहानियों और खेलों को विश्व पटल तक ले जाएं।" यह सोच भारत को गेमिंग के वैश्विक मानचित्र पर स्थापित करने में मदद कर रही है।
डेटा और तकनीक बना गेमिंग का भविष्य
समिट में डेटा की भूमिका को विशेष रूप से रेखांकित किया गया, जो गेमिंग अनुभव को व्यक्तिगत और इमर्सिव बनाने में सहायक है। इंटेल इंडिया के अध्यक्ष गोकुल वी. सुब्रमण्यम ने कहा, "ऑडियो-वीडियो आधारित कंटेंट और प्रोसेसर टेक्नोलॉजी के जरिए डेटा का प्रभावशाली इस्तेमाल हो रहा है।" वहीं, एम-लीग के चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर अंकित कश्यप ने कहा, "हम भारत में बनाएंगे, लेकिन दुनिया के लिए। भारत की प्रतिभा वैश्विक गेमिंग बाजार में क्रांति ला सकती है।"