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रुद्रप्रयाग।
उत्तराखंड सरकार चारधाम यात्रा को सुविधाजनक और सुरक्षित बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसी दिशा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में रुद्रप्रयाग जिले में राज्य का अपना मोबाइल नेटवर्क स्थापित किया गया है। इस नेटवर्क को "डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर रिसोर्स नेटवर्क" नाम दिया गया है। यह नेटवर्क आपदा की स्थिति में भी सुचारू रूप से कार्य करेगा और इसमें मोबाइल डेटा, वॉयस कॉलिंग, हाई क्वालिटी सीसीटीवी फुटेज और वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध है। इस पहल की शुरुआत रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने की, ताकि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
श्रद्धालुओं को मिलेगी मुफ्त वाई-फाई सुविधा
इस नेटवर्क के तहत अब श्रद्धालुओं को मुफ्त हाई-स्पीड वाई-फाई की सुविधा भी दी जा रही है। मुख्य विकास अधिकारी जीएस खाती ने बताया कि वाई-फाई का लाभ उठाने के लिए मोबाइल की वाई-फाई सेटिंग में जाकर मोबाइल नंबर रजिस्टर करना होगा, जिसके बाद एक ओटीपी आएगा। ओटीपी दर्ज करने के बाद 30 मिनट तक हाई-स्पीड वाई-फाई का उपयोग किया जा सकेगा। शनिवार को इसका सफल ट्रायल हुआ और अब इसे श्रद्धालुओं को समर्पित कर दिया गया है। बाबा के दर्शन को पहुंचे श्रद्धालुओं ने इस सुविधा पर प्रसन्नता व्यक्त की और सरकार व प्रशासन का आभार जताया।
आपदा में बना जीवन रेखा, अब यात्रा में सहायक
रुद्रप्रयाग देश का पहला ऐसा जिला बन गया है जिसका खुद का पूर्ण मोबाइल नेटवर्क है। जुलाई 2024 में केदारनाथ पैदल मार्ग पर आई आपदा के दौरान जब अन्य नेटवर्क काम नहीं कर रहे थे, तब यह नेटवर्क यात्रियों, श्रमिकों और बचाव दल के लिए जीवनरेखा बन गया था। इस नेटवर्क के माध्यम से फंसे लोगों ने अपने परिजनों से संपर्क किया और राहत व बचाव कार्यों में बड़ी सहायता मिली। यह नेटवर्क अब चारधाम यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने में भी बड़ी भूमिका निभा रहा है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा – श्रद्धालुओं की यात्रा होगी सुरक्षित
चारधाम यात्रा 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ प्रारंभ हुई। 2 मई को केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले गए, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं उपस्थित हुए और श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया। उन्होंने कहा, “हमने यह सुनिश्चित किया है कि चारधाम यात्रा में किसी भी श्रद्धालु को किसी प्रकार की परेशानी न हो और इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्था की गई हैं।” 4 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट भी खुलने वाले हैं। अब तक ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप में 22 लाख से अधिक श्रद्धालु पंजीकरण कर चुके हैं।