रवि भवन और नाग भवन बदहाल, दीमकों के कारण जानलेवा बने वीआईपी आवास

    29-May-2025
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Ravi Bhawan
 (Image Source- Internet)
नागपुर।
रवि भवन (Ravi Bhawan) और नाग भवन जो महाराष्ट्र के शीर्ष मंत्रियों के ठहरने के लिए बनाए गए वीआईपी सरकारी कॉटेज हैं अब जर्जर हालत में हैं। दीमकों से खोखली हो चुकी छतें और कमजोर संरचनाएं इन भवनों को जानलेवा बना रही हैं। इन भवनों की देखरेख में लापरवाही की वजह से ये हाई-सिक्योरिटी एरिया अब खतरे का केंद्र बनते जा रहे हैं।
 
उद्योग मंत्री के कॉटेज में हादसा, फिर जागा प्रशासन
पिछले सप्ताह रवि भवन के कॉटेज नंबर 13, जो उद्योग मंत्री उदय सामंत को आवंटित है, की छत का एक हिस्सा अचानक गिर गया। सौभाग्य से कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन इस घटना ने सरकारी तंत्र की उदासीनता को उजागर कर दिया। अब लोक निर्माण विभाग (PWD) ने VNIT से तत्काल स्ट्रक्चरल ऑडिट की मांग की है। यह चौंकाने वाली बात है कि जहां हर साल एक कॉटेज के रखरखाव पर ₹3–5 लाख तक खर्च किए जाते हैं, वहीं दीमकों से सड़ चुकी लकड़ियों की मरम्मत तक नहीं हुई।
 
सालों पुराने भवन, दीमकों का डेरा, खतरे की घंटी
1961 और 1971 में बने ये कॉटेज घने पेड़-पौधों और नमी वाले वातावरण में स्थित हैं जो दीमकों के लिए आदर्श है। छत की बंद संरचना के कारण कीटनाशक छिड़काव बेअसर रहा है। निरीक्षण में अधिकारियों ने पाया कि कई बीम दीमकों से खोखली हो चुकी हैं और छतों से बाहर निकल रही हैं। PWD के उपविभागीय अभियंता संजय उपाध्याय ने माना कि संरचना गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त है और VNIT की रिपोर्ट के बाद या तो मरम्मत या पूरी छत को बदलने का निर्णय लिया जाएगा। शीतकालीन सत्र से पहले मरम्मत का वादा किया गया है, लेकिन फिलहाल समय तेजी से निकल रहा है। यदि जल्द कदम नहीं उठाए गए, तो रवि भवन और नाग भवन सिर्फ बदहाली के प्रतीक नहीं, बल्कि एक बड़ी त्रासदी के स्थल बन सकते हैं।