- बासवराजु की मौत से माओवादी संगठन को बड़ा झटका
(Image Source- Internet)
रायपुर।
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों ने बुधवार को माओवादी संगठन के महासचिव और सुप्रीम कमांडर नंबाला केशव राव उर्फ बासवराजु को मार गिराया। यह कार्रवाई ‘ऑपरेशन कागर’ (Operation Kagar) के तहत की गई, जो 19 मई को शुरू हुआ था। अबुझमाड़ के घने जंगलों में 50 घंटे तक चले इस भीषण एनकाउंटर में कुल 27 नक्सली मारे गए। इन सभी नक्सलियों के शवों को, जिनमें बासवराजु भी शामिल है, पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जा रहा है। सुरक्षाबलों को भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और रणनीतिक दस्तावेज मिले हैं। इस कार्रवाई में एक डीआरजी जवान शहीद हुआ जबकि कई अन्य घायल हुए।
तीन जिलों के बॉर्डर पर चला ऑपरेशन कागर
यह संयुक्त अभियान जिला रिजर्व गार्ड (DRG), स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने मिलकर चलाया। नारायणपुर, बीजापुर और दंतेवाड़ा के त्रि-जंक्शन क्षेत्र में नक्सली कमांडरों की गतिविधियों की हफ्तों तक खुफिया निगरानी की गई थी। ऑपरेशन की सफलता को माओवादी संगठन की लॉजिस्टिक और कमांड संरचना पर बड़ा हमला माना जा रहा है। इलाके में अभी भी तलाशी अभियान जारी है ताकि घायल या भागे हुए नक्सलियों को पकड़ा जा सके।
कौन था नंबाला केशव राव उर्फ बासवराजु?
1955 में आंध्र प्रदेश के जियन्नापेट गांव में जन्मे बासवराजु ने NIT वारंगल से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। 1980 के दशक की शुरुआत में पीपुल्स वार ग्रुप से जुड़े बासवराजु ने 1987 में लिट्टे (LTTE) से गुरिल्ला प्रशिक्षण प्राप्त किया था। वह कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड था, जिनमें 2010 का दंतेवाड़ा नरसंहार (76 जवान शहीद), 2013 का झीरम घाटी हमला (27 लोगों की मौत) और 2003 का अलीपिरी बम धमाका शामिल है। 2018 में उसने मुप्पला लक्ष्मण राव उर्फ गणपति की जगह CPI (माओवादी) के महासचिव का पद संभाला था
पीएम मोदी और अमित शाह ने सुरक्षाबलों की सराहना की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस ऑपरेशन की सफलता पर सुरक्षाबलों की सराहना की है। पीएम मोदी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “हमारी सेनाओं पर गर्व है। हमारी सरकार माओवाद के खतरे को समाप्त करने और लोगों को शांति और प्रगति का जीवन देने के लिए प्रतिबद्ध है।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि भारत की तीन दशकों से चली आ रही नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में यह पहली बार है जब सुरक्षा बलों ने किसी महासचिव स्तर के नक्सली नेता को मार गिराया है। अमित शाह ने बताया कि बासवराजू नक्सली आंदोलन की रीढ़ था और उसके मारे जाने के बाद छत्तीसगढ़ में ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट के पूरा होने के बाद अब तक 54 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 84 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। भारत का सबसे वांछित नक्सली बासवराजू, जिसके सिर पर लगभग 1.5 करोड़ रुपये का इनाम था, देश में कुछ सबसे घातक माओवादी हमलों का वैचारिक और रणनीतिक मास्टरमाइंड था। सुरक्षा एजेंसियों ने उसकी मौत को माओवादी उग्रवाद के खिलाफ अब तक की सबसे निर्णायक सफलता में से एक बताया है।