Nagpur Crime : 150 करोड़ रुपये का जीएसटी घोटाला उजागर! पांच आरोपी गिरफ्तार

19 May 2025 15:17:43
 
Nagpur Crime
 (Image Source : Internet)
नागपुर।
क्राइम ब्रांच ने एक बड़े फर्जी जीएसटी (GST) बिलिंग रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसकी अनुमानित राशि 150 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मास्टरमाइंड संतोष उर्फ बंटी रामपाल साहू शामिल है। अन्य गिरफ्तारियों में जयेश रामपाल साहू, ब्रजकिशोर मणिहार, ऋषि हितेश लखानी और आनंद विनोद हर्डे के नाम शामिल हैं। तीन अन्य आरोपी अविनाश साहू, राजेश साहू और अंशुल मिश्रा फरार हैं और उनकी तलाश जारी है।
 
फर्जी फर्म बनाकर पीड़ित को फंसाया, विरोध करने पर दी जान से मारने की धमकी
पश्चिम बंगाल के रहने वाले 39 वर्षीय विश्वजीत रॉय की शिकायत पर यह मामला सामने आया। विश्वजीत अपने दोस्त सूरज केडिया के बुलावे पर नागपुर आए थे, जहां उन्हें पीतम कॉम्प्लेक्स स्थित एक ठिकाने पर आरोपियों ने निवेश का झांसा दिया। आरोपियों ने उनके आधार और पैन कार्ड का दुरुपयोग कर ‘क्षितिज एंटरप्राइजेस’ नाम से एक फर्जी कंपनी खोल दी और बिना किसी वस्तु की आपूर्ति किए 96.39 करोड़ के फर्जी बिल बनाए। जब रॉय को सच्चाई का पता चला और उन्होंने सवाल उठाए, तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। उनके मित्र मिथुन राजपांडे के नाम पर भी एक और फर्जी फर्म 'अवध एंटरप्राइजेज' बनाई गई, जिससे 59.51 करोड़ के फर्जी बिल बनाए गए।
 
70 से अधिक शेल कंपनियां जांच के घेरे में, हवाला और ऑनलाइन गेमिंग से भी लिंक
जांच में सामने आया कि इस घोटाले में 70 से अधिक शेल कंपनियों का इस्तेमाल किया गया, जिनके लिए गरीब और अनपढ़ लोगों के दस्तावेजों का दुरुपयोग किया गया। मास्टरमाइंड बंटी साहू और जीएसटी सलाहकार के रूप में पहचान रखने वाले ब्रजकिशोर मणिहार ने रैकेट को संगठित तरीके से अंजाम दिया। पुलिस ने हवाला लेनदेन, ऑनलाइन गेमिंग से काले धन के कनेक्शन और कई कंपनियों के माध्यम से किए गए लेन-देन की परतें खोली हैं। क्राइम ब्रांच अब जीएसटी विभाग और अन्य वित्तीय एजेंसियों के साथ मिलकर जांच को और व्यापक बना रही है।
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