- तुषार मेहता के नेतृत्व में होगी सुनवाई
- 26/11 मुंबई हमले का आरोपी है राणा
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मुंबई।
26/11 आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा (Tahawwur Rana) के अमेरिका से भारत प्रत्यर्पण के बाद केंद्र सरकार ने इस मामले में सुनवाई के लिए एक वरिष्ठ सरकारी वकीलों की टीम गठित की है। इस टीम का नेतृत्व भारत के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता करेंगे। उनके साथ अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस.वी. राजू और वरिष्ठ अधिवक्ता दयान कृष्णन व नरेंद्र मान शामिल होंगे। यह टीम राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) का प्रतिनिधित्व करते हुए दिल्ली की विशेष अदालत, दिल्ली उच्च न्यायालय और भारत के सर्वोच्च न्यायालय में मामले की पैरवी करेगी।
प्रत्यर्पण के बाद दिल्ली में हुई गिरफ्तारी
अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद तहव्वुर राणा 10 अप्रैल की शाम दिल्ली पहुंचे थे। उनके भारत पहुंचते ही NIA के अधिकारियों ने उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल राणा न्यायिक हिरासत में हैं और 6 जून तक हिरासत में रहेंगे। राणा पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिकी नागरिक डेविड हेडली, लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और हरकत-उल-जिहाद-इस्लामी जैसे आतंकी संगठनों के साथ मिलकर 2008 के मुंबई हमलों की साजिश रची थी।
पहले अमेरिका में हो चुकी है सजा
तहव्वुर राणा, जो कि पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक हैं, को अमेरिका ने भारत सरकार के अनुरोध पर प्रत्यर्पित किया। अमेरिकी न्यायपालिका ने कई अपीलों के बाद उनके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी। इससे पहले, वर्ष 2011 में अमेरिका की एक अदालत ने राणा को लश्कर-ए-तैयबा को सहयोग देने के आरोप में दोषी ठहराया था, हालांकि उन्हें मुंबई हमलों की साजिश में संलिप्त होने के आरोप से बरी कर दिया गया था।