- वीरता को सलाम
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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
बीएसएफ के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने गुरुवार को घोषणा की कि ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के दौरान शहीद हुए सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज और कांस्टेबल (जीडी) दीपक चिंगाखम के नाम पर दो बॉर्डर आउट पोस्ट (बीओपी) का नामकरण किया जाएगा। उन्होंने जम्मू स्थित बीएसएफ मुख्यालय में अमर प्रहरी स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर इन वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी। बीएसएफ ने बताया कि दोनों जवानों ने दुश्मन की गोलीबारी और गोलेबारी का साहसपूर्वक सामना करते हुए वीरगति प्राप्त की। चौधरी ने बीएसएफ के जवानों की बहादुरी, समर्पण और योगदान की सराहना की।
महिला सैनिकों की बहादुरी की भी सराहना
चौधरी ने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बीएसएफ की महिला टुकड़ियों ने भी अदम्य साहस दिखाया और दुश्मन के खिलाफ डटकर लड़ीं। उन्होंने जम्मू के आर्मी अस्पताल का दौरा कर ऑपरेशन में घायल हुए जवानों का हालचाल भी जाना और उनका हौसला बढ़ाया।
रक्षा मंत्री ने जवानों की पीठ थपथपाई, दुश्मन को चेताया
इधर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को श्रीनगर के बादामी बाग कैंटोनमेंट में जवानों से मुलाकात की और उनके साहस की सराहना की। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला उनके साथ मौजूद थे। राजनाथ सिंह ने जवानों से हाथ मिलाकर और पीठ थपथपाकर उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के तहत नष्ट की गई पाकिस्तानी चौकियों और जब्त गोले भी देखे। पाकिस्तान को चेताते हुए उन्होंने कहा, “जिस तरह से आपने दुश्मन के बंकर और चौकियां तबाह की, वह पाकिस्तान कभी नहीं भूल पाएगा।” उन्होंने पाकिस्तान की परमाणु हथियारों को संभालने की क्षमता पर भी सवाल उठाए और वैश्विक समुदाय से ऐसे "दुष्ट राष्ट्र" पर ध्यान देने की अपील की।