Operation Sindoor : जैश प्रमुख मसूद अजहर के साले की मौत, IC-814 विमान अपहरण का मास्टरमाइंड था यूसुफ

    10-May-2025
Total Views |
- भारतीय सेना का पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर बड़ा हमला

Operation Sindoor death of Jaish(Image Source : Internet) 
एबी न्यूज नेटवर्क।
भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई को "ऑपरेशन सिंदूर" (Operation Sindoor) के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ढांचे पर लक्षित हमले किए। इस कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) प्रमुख मसूद अजहर के रिश्तेदार और आईसी-814 विमान अपहरण कांड के मुख्य साजिशकर्ता मोहम्मद यूसुफ अजहर मारा गया। सूत्रों के अनुसार, यूसुफ अजहर आतंकियों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग देता था और जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों में शामिल था।
 
आईसी-814 अपहरण और डैनी पर्ल हत्याकांड से जुड़ाव
यूसुफ अजहर वही व्यक्ति था जिसके खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस (A-565/6-2000) जारी किया था। वह 1999 में काठमांडू से दिल्ली आ रही इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC-814 के अपहरण में शामिल था। इसी घटना के चलते भारत को आतंकी उमर शेख को रिहा करना पड़ा, जो बाद में अमेरिकी पत्रकार डैनियल पर्ल के अपहरण और हत्या में संलिप्त पाया गया। डैनियल के पिता, जुडिया पर्ल ने इस कार्रवाई को लेकर भारत का आभार जताते हुए स्पष्ट किया कि भले ही यूसुफ प्रत्यक्ष रूप से पर्ल की हत्या में शामिल न रहा हो, लेकिन उसने ऐसे हालात बनाए जिनसे यह घटना संभव हुई।
 
बहावलपुर: आतंक का गढ़
पूर्व पत्रकार और डैनियल पर्ल की सहयोगी असरा नोमानी ने "ऑपरेशन सिंदूर" की प्रशंसा करते हुए बताया कि पाकिस्तान का बहावलपुर शहर वर्षों से आतंकी गतिविधियों का केंद्र रहा है। उन्होंने कहा कि जब भारत ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की तो उनके मन में सबसे पहले "बहावलपुर" का नाम आया। असरा ने बताया कि डैनियल पर्ल ने भी 2001 में बहावलपुर का दौरा कर वहां के आतंकियों के कार्यालयों की जांच की थी।
 
पाकिस्तान की भूमिका पर तीखा सवाल
असरा नोमानी ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों और सेना पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने आतंकियों को सजा देने के बजाय उन्हें पनाह दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए यह शर्म की बात है कि जिन आतंकियों ने उसके ही नागरिकों और नेताओं पर हमले किए—जैसे बेनज़ीर भुट्टो और सलमान तासीर—उन्हें "सुरक्षित घरों" में रखा गया। उन्होंने भारत की कार्रवाई को रणनीतिक करार देते हुए कहा कि यह वही काम है जो पाकिस्तान को खुद करना चाहिए था।
 
जैश का मुख्यालय: मरकज़ सुबहान अल्लाह
बहावलपुर में स्थित "मरकज़ सुबहान अल्लाह" जैश-ए-मोहम्मद का मुख्य प्रशिक्षण और संचालन केंद्र है। यह 2015 से सक्रिय है और कई आतंकी साजिशों, जैसे पुलवामा हमला, से जुड़ा रहा है। यही केंद्र मसूद अजहर, उसके भाई मुफ़्ती अब्दुल रऊफ असघर और अन्य शीर्ष आतंकियों का आवास भी है। "ऑपरेशन सिंदूर" ने इस अड्डे को निशाना बनाकर न सिर्फ भारत बल्कि वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ एक सशक्त संदेश दिया है।