"पहलगाम हमला 26/11 के बाद सबसे भयावह": संयुक्त राष्ट्र में योगना पटेल का बयान

    29-Apr-2025
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- भारत ने की कड़े शब्दों में निंदा

Pahalgam attack(Image Source : Internet) 
एबी न्यूज़ नेटवर्क।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की उप स्थायी प्रतिनिधि योगना पटेल (Yogina Patel) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले को 26/11 मुंबई हमलों के बाद सबसे भयावह नागरिक हमला करार दिया है। न्यूयॉर्क में 'विक्टिम्स ऑफ टेररिज्म एसोसिएशन नेटवर्क' (VoTAN) के शुभारंभ अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा, "यह हमला नागरिकों पर हुए सबसे बड़े हमलों में से एक है और इसकी तुलना 2008 के 26/11 हमले से की जा सकती है। भारत, जो दशकों से सीमा पार आतंकवाद का शिकार रहा है, आतंकवाद के शिकार लोगों और उनके परिवारों की पीड़ा को गहराई से समझता है।"
 
वैश्विक एकजुटता की सराहना
योगना पटेल ने पहलगाम हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा दिखाई गई एकजुटता को भी सराहा। उन्होंने कहा, "भारत अंतरराष्ट्रीय नेताओं और सरकारों द्वारा जताए गए समर्थन के लिए आभार प्रकट करता है। यह आतंकवाद के प्रति वैश्विक स्तर पर जीरो टॉलरेंस के दृष्टिकोण का प्रमाण है।" उन्होंने इस बात पर बल दिया कि अब समय आ गया है जब आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर एकजुट होकर निर्णायक कदम उठाए जाएं।
 
आतंकवादियों को मिले सज़ा: भारत का आह्वान
पटेल ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उस बयान का हवाला दिया जिसमें आतंकवाद के योजनाकारों, वित्तपोषकों और समर्थकों को न्याय के कटघरे में लाने की बात कही गई है। उन्होंने कहा, "भारत मानता है कि आतंकवाद के लिए कोई भी कारण या तर्क स्वीकार्य नहीं है। चाहे उसका मकसद कुछ भी हो, स्थान कोई भी हो, समय कोई भी हो — आतंकवाद एक अपराध है और इसका कोई औचित्य नहीं हो सकता।"
 
VoTAN का स्वागत, पीड़ितों को मिले आवाज़
भारत ने आतंकवाद से पीड़ित लोगों के लिए बनाए गए नए वैश्विक मंच VoTAN की सराहना की है। योगना पटेल ने कहा, "यह मंच पीड़ितों को एक संरचित और सुरक्षित स्थान प्रदान करेगा जहां वे अपनी बात रख सकें और उन्हें आवश्यक समर्थन मिल सके। भारत मानता है कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक रणनीति में पीड़ितों को केंद्र में रखना अत्यंत आवश्यक है।"
 
पाकिस्तान पर निशाना, कबूलनामे की दिलाई याद
अपने संबोधन में पटेल ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना उस पर संयुक्त राष्ट्र मंच के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक विशेष प्रतिनिधिमंडल ने इस मंच का दुरुपयोग कर भारत के खिलाफ निराधार आरोप लगाए हैं।" उन्होंने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ द्वारा टीवी साक्षात्कार में आतंकियों को समर्थन देने की सार्वजनिक स्वीकारोक्ति का हवाला देते हुए कहा, "यह स्वीकारोक्ति किसी को चौंकाती नहीं है, बल्कि केवल पाकिस्तान के आतंकवाद को समर्थन देने वाले चेहरे को उजागर करती है। अब दुनिया आंखें मूंद कर नहीं बैठ सकती।"