- 58 लोगों पर कार्रवाई
- पुलिस कर रही परिजनों की काउंसलिंग
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नागपुर:
सोशल मीडिया के दुरुपयोग के बढ़ते मामलों को देखते हुए जोन-5 पुलिस ने ‘ऑपरेशन गरुड़दृष्टि’ (Operation Garuda Drishti) के तहत कड़ी कार्रवाई शुरू की है। इस विशेष अभियान में अब तक 58 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है, जिनमें से 41 नाबालिग हैं। इन लोगों पर इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर आपत्तिजनक, अश्लील और डर फैलाने वाली रील्स शेयर करने का आरोप है। यह ऑपरेशन मार्च महीने में शुरू किया गया था, जिसकी निगरानी डीसीपी निकेतन कदम के नेतृत्व में की जा रही है।
नाबालिगों के मामलों में चेतावनी और पैरेंट्स को समझाइश
डीसीपी कदम ने जानकारी दी कि जिन मामलों में नाबालिग शामिल हैं, वहां उनके माता-पिता को थाने बुलाकर समझाइश दी जा रही है और कानूनी परिणामों के बारे में अवगत कराया जा रहा है। वहीं, जिन युवाओं की उम्र 18 वर्ष से अधिक है, उनके खिलाफ सिगरेट व अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम (COTPA) और आर्म्स एक्ट जैसी धाराओं में कार्रवाई की जा रही है। ऐसे युवाओं से लिखित आश्वासन भी लिया जा रहा है कि वे दोबारा ऐसा कृत्य नहीं करेंगे।
विशेषज्ञों की चेतावनी: लाइक्स की चाहत बना रही है युवा मानसिक रूप से अस्थिर
बाल मनोचिकित्सक डॉ. नेहा भावे ने इस बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता जताते हुए कहा कि आज के किशोर सोशल मीडिया पर वैधता पाने की दौड़ में लगे हुए हैं। “लाइक्स और फॉलोअर्स की होड़ में वे कभी-कभी ऐसा कंटेंट पोस्ट कर बैठते हैं, जो मानसिक रूप से उनके लिए हानिकारक हो सकता है।” पुलिस विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि अगर वे किसी भी तरह की आपत्तिजनक या धमकी भरी रील्स देखें तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन को सूचना दें।