- परिवार को मिल रही बलात्कार और मौत की धमकियां
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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) इन दिनों अपनी फिल्म फुले को लेकर सेंसर बोर्ड और ब्राह्मण समुदाय के एक वर्ग पर की गई टिप्पणियों के चलते विवादों में हैं। सोशल मीडिया पर उनके एक तीखे जवाब के वायरल होने के बाद न केवल उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा, बल्कि उनके परिवार को जान से मारने और दुष्कर्म (Rape Threats) की धमकियां भी मिलने लगीं। इसके बाद कश्यप ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के माध्यम से सफाई दी और अपनी बात स्पष्ट की।
'माफी उस एक लाइन के लिए है, पोस्ट के लिए नहीं' - अनुराग कश्यप
अनुराग कश्यप ने अपने पोस्ट में लिखा, 'यह मेरी माफी है, मेरी पोस्ट के लिए नहीं, बल्कि उस एक लाइन के लिए जो संदर्भ से बाहर निकालकर पेश की गई और नफरत की आग भड़का दी गई। कोई भी बयान या कार्य इतना महत्वपूर्ण नहीं होता कि आपकी बेटी, परिवार और दोस्तों को बलात्कार व हत्या की धमकियां झेलनी पड़ें।' कश्यप ने यह भी कहा कि वे अपने मूल विचारों पर कायम हैं और उन्हें वापस लेने का कोई इरादा नहीं है।
कानूनी पेंच में फंसे कश्यप
विवाद तब और बढ़ गया जब एक यूजर की भड़काऊ टिप्पणी के जवाब में कश्यप ने इंस्टाग्राम पर कहा, 'ब्राह्मण पे मैं मूतूंगा... कोई प्रॉब्लम?' इस बयान को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया आई और मुंबई के एक वकील ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए शिकायत दर्ज कराई। शिकायतकर्ता का कहना है कि कश्यप की यह टिप्पणी सार्वजनिक शांति को भंग कर सकती है।
फिल्म फुले को लेकर उठे विवाद की जड़ में सेंसर बोर्ड की आपत्ति
विवाद की शुरुआत फिल्म फुले को लेकर सेंसर बोर्ड द्वारा की गई आपत्तियों से हुई। यह फिल्म समाज सुधारक ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म को ‘यू’ सर्टिफिकेट देने से पहले ‘मांग’, ‘महार’, और ‘पेशवाई’ जैसे शब्दों को हटाने का निर्देश दिया। ब्राह्मण समुदाय के एक वर्ग द्वारा आपत्ति जताए जाने के बाद फिल्म की रिलीज तारीख 11 अप्रैल से बढ़ाकर 25 अप्रैल कर दी गई।
राजनीतिक गलियारों से भी तीखी प्रतिक्रिया
इस मुद्दे पर राजनीतिक नेताओं ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। शिवसेना (उद्धव गुट) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि आजकल ब्राह्मणों को गाली देना ‘नया ट्रेंड’ बन गया है, लेकिन उन्होंने साथ ही यह भी जोड़ा कि जातिगत विशेषाधिकारों की ऐतिहासिक सच्चाइयों को नकारा नहीं जा सकता। वहीं केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने अनुराग कश्यप को 'गटर माउथ' और 'वाइल स्कम्बैग' जैसे शब्दों से संबोधित करते हुए कहा कि यदि उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो उन्हें चैन से नहीं जीने दिया जाएगा।
परिवार को मिल रही धमकियों से आहत हैं निर्देशक
विवाद गहराने के बाद अनुराग कश्यप ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर भावुक होकर कहा कि उनकी टिप्पणी को संदर्भ से बाहर पेश किया गया और नफरत को भड़काया गया। उन्होंने बताया कि इस विवाद के कारण उनकी बेटी और परिवार को अपमानजनक और खतरनाक धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, 'यह माफी सिर्फ उस एक लाइन के लिए है जिसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया, ना कि मेरे विचारों के लिए।'