(Image Source : Internet)
नई दिल्ली।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक कथित रियल एस्टेट धोखाधड़ी मामले में डब्ल्यूटीसी समूह के प्रमोटर आशीष भल्ला (Ashish Bhalla) को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक सुनियोजित साजिश के तहत हजारों निवेशकों से धोखाधड़ी और ठगी की गई है। ईडी ने कहा कि उनके गुरुग्राम कार्यालय ने एक दिन पहले भल्ला को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए गिरफ्तार किया था। भल्ला को गुरुग्राम में एक विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसने उसे छह दिन की ईडी हिरासत में दे दिया। ईडी ने कहा कि जांच के दौरान पता चला कि प्लॉट और वाणिज्यिक स्थान के बदले में उनके निवेश के बदले में निश्चित रिटर्न का वादा करने के बाद, धन को कई शेल कंपनियों में स्थानांतरित कर दिया गया और विभिन्न स्थानों पर भूमि अधिग्रहण कर लिया गया।
कई दिनों तक रहा फरार
ईडी ने दावा किया, 'जांच में यह भी पता चला है कि सैकड़ों करोड़ रुपये विदेश में सिंगापुर में संदिग्ध संस्थाओं को भेजे गए, जिनका लाभकारी स्वामित्व आशीष भल्ला के परिवार के सदस्यों के पास है।' इसके अलावा, ईडी ने कहा कि उसकी जांच से पता चला है कि डब्ल्यूटीसी समूह ने हरियाणा, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, अहमदाबाद और पंजाब जैसे कई राज्यों के विभिन्न निवेशकों से 3,000 करोड़ रुपये से अधिक एकत्र किए थे। इससे पहले, ईडी ने 27 फरवरी, 2024 को तलाशी अभियान चलाया था, जिसके दौरान भल्ला फरार रहा और जांच में सहयोग न करने के लिए प्रमुख व्यक्तियों को प्रेरित किया। 'पीएमएलए के तहत कार्यवाही को विफल करने के प्रयास में भल्ला कई दिनों तक फरार रहा।' संघीय एजेंसी ने कहा, 'यह पता चला कि वह समूह की धोखाधड़ी गतिविधियों का एक प्रमुख लाभार्थी और मास्टरमाइंड है और उसने इस योजना के माध्यम से अवैध लाभ कमाया है।'