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नागपुर।
नागपुर के पत्रकार प्रशांत कोरटकर (Prashant Koratkar), जिनके खिलाफ छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके बेटे छत्रपति संभाजी महाराज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था, उन्हें सोमवार को तेलंगाना से गिरफ्तार कर लिया गया। कोरटकर पर यह आरोप है कि उन्होंने एक इतिहासकार से फोन पर बातचीत के दौरान इन महान व्यक्तित्वों के प्रति आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया।
मुख्यमंत्री ने दी थी कड़ी चेतावनी
इस गिरफ्तारी से एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह स्पष्ट किया था कि पुलिस किसी को भी बचाने का प्रयास नहीं कर रही है। उन्होंने कहा था, 'पुलिस उनकी तलाश कर रही है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह दुबई में हों या कहीं और।' मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई थी।
तेलंगाना से हुई गिरफ्तारी
पीटीआई के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र पुलिस ने तेलंगाना में छापेमारी कर कोरटकर को हिरासत में लिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए कोरतकर को जल्द ही महाराष्ट्र लाया जा रहा है, जहां आगे की जांच और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
विवाद के बाद बढ़ा दबाव
प्रशांत कोरटकर के विवादित बयान के बाद महाराष्ट्र में कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने नाराजगी जाहिर की थी और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। इस पूरे घटनाक्रम के बाद पुलिस और सरकार पर भी कार्रवाई को लेकर दबाव बढ़ गया था, जिसके चलते महज 24 घंटे में गिरफ्तारी हो सकी।