- समर्थक बोले, 'सेशन में पहुंचते ही देख लेंगे'
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नागपुर।
नागपुर में शीतकालीन अधिवेशन के पहले ही दिन राज्य की राजनीति में खलबली मच गई, जब बीजेपी विधायक कृष्णा खोपडे (Krishna Khopade) को एक धमकी भरा फोन कॉल आया। जैसे ही खबर आई कि खोपडे आईएएस अधिकारी तुकाराम मुंढे के खिलाफ विशेष सूचना (स्पेशल मेंशन) देने वाले हैं, खोपडे को फोन कर दो लोगों ने खुद को मुंढे का समर्थक बताते हुए धमकी दी। खोपडे ने एबीपी माझा से बातचीत में इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि कॉल करने वालों ने चेतावनी दी कि “सेशन में पहुँचते ही देख लेंगे।” यह मामला सामने आते ही राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया शुरू हो गई है।
बीजेपी का गंभीर आरोप, 'अनाधिकृत पदभार और भ्रष्टाचार'
सूत्रों के अनुसार, इस शीतकालीन अधिवेशन में तुकाराम मुंढे के खिलाफ बीजेपी विधायक एक बड़ी कार्रवाई की मांग करने वाले हैं। बीजेपी का आरोप है कि नागपुर के नगर आयुक्त रहते हुए मुंढे ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का अनधिकृत रूप से पदभार संभाला था। पार्टी का कहना है कि उन्हें सरकार द्वारा प्रोजेक्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के रूप में नियुक्त नहीं किया गया था, फिर भी उन्होंने मनमानी तरीके से कार्यभार लिया।
बीजेपी का दावा है कि मुंढे के कार्यकाल में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से जुड़े ठेकेदारों को करोड़ों रुपये के अवैध भुगतान किए गए। इसके अलावा, कुछ महिला अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार के आरोप भी मुंढे पर लगे थे। इन दोनों मामलों में उस समय एफआईआर भी दर्ज हुई थी, परंतु महाविकास आघाडी सरकार के दबाव के चलते कार्रवाई आगे नहीं बढ़ सकी। अब बीजेपी इन पुराने मामलों को पुनः सदन में उठाने और मुंढे के निलंबन की मांग करने की तैयारी में है।
विधायक खोपडे ने किया सुरक्षा को लेकर अलर्ट, पुलिस शिकायत की तैयारी
खोपडे जब आज अधिवेशन में प्रवेश कर रहे थे, तभी उन्हें यह धमकी कॉल आया। उन्होंने बताया कि वे इस संबंध में विधानमंडल सचिवालय और मुख्यमंत्री कार्यालय को औपचारिक रूप से सूचित करेंगे। इसके बाद पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई जाएगी। राजनीतिक माहौल में इस कॉल को अत्यंत गंभीरता से देखा जा रहा है, क्योंकि यह विधान सत्र के दौरान एक चुने हुए प्रतिनिधि को धमकाने का मामला है।
इस घटना से पहले ही एबीपी माझा ने रिपोर्ट किया था कि तूकाराम मुंढे को लेकर सदन में एक "सेंसेशनल" मुद्दा उठने वाला है। माना जा रहा है कि यही रिपोर्ट वायरल होने के कुछ घंटों बाद खोपडे को यह धमकी भरा कॉल आया।
पुराने मामलों ने बढ़ाया तनाव
तुकाराम मुंढे राज्य के चर्चित और विवादित आईएएस अधिकारियों में से एक हैं, जिनका तबादला इतिहास और कड़े प्रशासनिक फैसले हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। उनके समर्थक भी बड़ी संख्या में हैं, जबकि विरोधियों की कतारें भी कम नहीं। अब पुराने भ्रष्टाचार और दुर्व्यवहार के आरोपों को दोबारा उठाए जाने से राजनीतिक तापमान और बढ़ना तय है। शीतकालीन अधिवेशन के बीच इस धमकी call ने माहौल को और गरमा दिया है। आने वाले दिनों में मुंढे के खिलाफ विशेष उल्लेख, संभावित निलंबन की मांग और राजनीतिक विरोध के बीच सदन में तनाव और टकराव की संभावना काफी बढ़ गई है। यह मामला अब सिर्फ प्रशासनिक नहीं, बल्कि राजनीतिक मंथन का केंद्र बन चुका है।