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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
इंडिगो (IndiGo) एयरलाइन ने 21 नवंबर से 7 दिसंबर के बीच हुए बड़े पैमाने पर फ्लाइट कैंसिलेशन से प्रभावित यात्रियों को अब तक 827 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया है। यह जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने दी। इस अवधि में करीब 5.8 लाख यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा, क्योंकि एयरलाइन के आंतरिक सिस्टम फेल होने से संचालन कई दिनों तक बुरी तरह लड़खड़ा गया था। मंत्रालय ने बताया कि कुल 9,000 गुम हुए बैग में से 4,500 यात्रियों तक पहुंच चुके हैं और बाकी बैग 36 घंटों के भीतर डिलीवर किए जाने की उम्मीद है। सरकार ने चेतावनी दी है कि जांच पूरी होते ही एयरलाइन पर “उदाहरणात्मक कार्रवाई” की जाएगी।
‘आंतरिक सिस्टम फेलियर’ को जिम्मेदार ठहराया
राज्यसभा में सवाल का जवाब देते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने स्पष्ट कहा कि इंडिगो की यह अव्यवस्था पूरी तरह उसके अपने आंतरिक सिस्टम फेल होने का परिणाम है—न कि किसी नियामकीय त्रुटि का। उन्होंने कहा कि इंडिगो का 60% से अधिक बाजार हिस्सा होना भी चिंता का विषय है, और सरकार चाहती है कि विमानन क्षेत्र में अधिक कंपनियों की मौजूदगी से प्रतिस्पर्धा मजबूत हो। नायडू के अनुसार, जांच के बाद जो भी कार्रवाई होगी, वह देश की सभी एयरलाइनों के लिए एक मजबूत संदेश बनेगी। सोमवार को संकट अपने चरम पर पहुंच गया जब 500 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ीं—लगातार सातवें दिन यात्रियों को भारी अव्यवस्था झेलनी पड़ी।
सुप्रीम कोर्ट ने त्वरित सुनवाई से इनकार
इस बीच यात्रियों की शिकायतें बढ़ने पर सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की गईं, लेकिन अदालत ने तुरंत सुनवाई से इंकार करते हुए कहा कि केंद्र पहले ही मामले पर कार्रवाई कर रहा है और सुधारात्मक कदम उठा रहा है। दिल्ली एयरपोर्ट ने नई एडवाइजरी जारी कर यात्रियों को चेतावनी दी कि इंडिगो की उड़ानों में देरी जारी रह सकती है। साथ ही यात्रियों से कहा गया कि एयरपोर्ट के लिए निकलने से पहले अपनी फ्लाइट का अपडेटेड स्टेटस अवश्य चेक करें। इंडिगो का कहना है कि वह 10 दिसंबर तक संचालन सामान्य करने की उम्मीद कर रहा है, हालांकि देरी और रद्दीकरण का असर अब भी उसकी नेटवर्क सेवाओं में जारी है।