भारतीय सिनेमा को ग्लोबल सलाम! DDLJ की आइकॉनिक पोज अब लीसेस्टर स्क्वायर में

05 Dec 2025 14:42:57
 
DDLJ iconic pose
 Image Source:(Internet)
 
लंदन के प्रतिष्ठित लीसेस्टर स्क्वायर में दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (DDLJ) के अमर किरदार 'राज और सिमरन' को अब एक नया, स्थायी ठिकाना मिल गया है। शाहरुख खान और काजोल की प्रसिद्ध पोज पर आधारित यह मूर्ति दिसंबर 2025 में भव्य रूप से अनावरण की गई, जो फिल्म के 30 साल पूरे होने के अवसर पर एक ऐतिहासिक सम्मान बन गई। पहली बार किसी भारतीय फिल्म को इस वैश्विक फिल्म-ट्रेल “सीन्स इन द स्क्वायर” में शामिल किया गया है, जिससे भारतीय सिनेमा ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक और मील का पत्थर छू लिया। पूर्वी टैरेस पर स्थित यह मूर्ति उस ओडियन सिनेमा के ठीक पास है, जिसका दृश्य स्वयं फिल्म में नजर आया था।
 
तीन दशक बाद भी कायम है DDLJ का जादू
1995 में रिलीज़ हुई यह फिल्म भारतीय रोमांस का प्रतीक मानी जाती है। तीन दशक बीत जाने के बाद भी DDLJ आज भी दर्शकों की भावनाओं में उसी जोश और मिठास के साथ धड़कती है। यही कारण है कि जब मूर्ति का अनावरण हुआ, तो दुनिया भर के प्रशंसकों ने इसे सिर्फ एक कला-कृति नहीं, बल्कि अपनी यादों का उत्सव माना। पुतले में कैद राज का आत्मविश्वास और सिमरन की मासूम मुस्कान मानो उस दौर को फिर से जीवंत कर देती है, जब यह फिल्म प्यार, परंपरा, परिवार और आज़ादी के खूबसूरत मेल का प्रतीक बनकर सामने आई थी। इस मूर्ति ने लोगों को न केवल बॉलीवुड की चमक का एहसास कराया, बल्कि भारतीय कहानियों की सार्वभौमिक अपील को भी रेखांकित किया।
 

DDLJ iconic pose 
 
भारतीय सिनेमा की वैश्विक पहचान का नया अध्याय
DDLJ की मूर्ति का लंदन में स्थापित होना सिर्फ एक फिल्म का सम्मान नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा की बढ़ती वैश्विक पहचान का भी संकेत है। लीसेस्टर स्क्वायर पर मौजूद यह प्रतिमा अब पर्यटकों और सिने-प्रेमियों का नया आकर्षण बन चुकी है। यह स्थान न केवल हॉलीवुड फिल्मों के प्रतिष्ठित पलों का केंद्र रहा है, बल्कि अब भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधि भी बन गया है। राज और सिमरन की यह अनमोल छवि दुनिया को यह संदेश देती है कि सिनेमा सीमाएं नहीं जानता—भावनाएं हर भाषा में एक-सी होती हैं। DDLJ के 30 साल पूरे होने पर मिला यह सम्मान भारतीय फिल्म इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गया है।
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