ईवीएम पर गंभीर आरोप! कांग्रेस ने उठाए सवाल, 20 दिन परिणाम रोकने पर विरोध तेज

    04-Dec-2025
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Congress Vijay Wadettiwar
 Image Source:(Internet)
एबी न्यूज़ नेटवर्क।
राज्य में होने वाले नगरपालिका के महापौर और वार्डों के चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने अचानक बड़ा फैसला लेते हुए मतदान और परिणामों की तारीखों में बदलाव कर दिया है। 2 दिसंबर को होने वाला मतदान और 3 दिसंबर को घोषित होने वाले नतीजों को अब 21 दिसंबर तक टाल दिया गया है। इस निर्णय के बाद राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है। विपक्षी दलों ने इसे सरकार और चुनाव आयोग की मिलीभगत बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता और विधायक नाना पटोले ने तो यहां तक कह दिया कि वे चुनाव आयोग के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने पर विचार कर रहे हैं। इसी बीच विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने ईवीएम से जुड़ा बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता पक्ष 175 सीटें जीतने के लिए मशीनों के साथ छेड़छाड़ करने की तैयारी में है।
 
“175 सीटें मिलीं तो साबित हो जाएगा EVM हैक हुआ” - वडेट्टीवार
विजय वडेट्टीवार ने कहा कि यदि बीजेपी को 268 में से 175 सीटें मिलती हैं, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि चुनाव में ईवीएम हैकिंग हुई है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब चुनाव आयोग बार-बार कहता है कि उसकी मशीन सुरक्षित हैं तो फिर नतीजों की घोषणा में 20 दिन की देरी क्यों की जा रही है? उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी नेताओं ने अपनी “प्रिय बहन” के नाम पर भावनात्मक प्रचार का सहारा लेकर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की है। वडेट्टीवार ने दावा किया कि कई मजबूत कमरों के बाहर संदिग्ध गतिविधियां देखी गई हैं, इसलिए उन स्थानों पर जैमर लगाने और लाइव स्क्रीनिंग देने की मांग की गई, जिसे आयोग ने नजरअंदाज कर दिया।
 
“20 हजार रुपए में खरीदे गए वोट” — गंभीर दावा
वडेट्टीवार ने आगे आरोप लगाया कि कुछ क्षेत्रों में वोट खरीदने की भी घटनाएं सामने आई हैं। उनके अनुसार सत्ता पक्ष के कुछ विधायकों ने एक वोट के बदले 20 हजार रुपए तक देने की बात कबूली है। उन्होंने कमठी में एक उम्मीदवार के फार्म हाउस पर हुई कथित घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि मतदान टालने का असली कारण यह है कि बीजेपी को अपेक्षित वोट नहीं मिल रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार इस पूरे मामले में अपनी सफाई देने से बच रही है, क्योंकि उसका उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी कर अपने पक्ष में परिणाम हासिल करना है।
 
14 दिसंबर को दिल्ली में मार्च, कांग्रेस ने सरकार को घेरा
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि नगरपालिका चुनावों में प्रशासन पूरी तरह विफल साबित हुआ है और यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत है। उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी ने वोट चोरी का मुद्दा उठाया था, तब उन्हें देशद्रोही कहा गया, लेकिन आज वही बातें मुख्यमंत्री फडणवीस भी कह रहे हैं। सपकाल ने मांग की कि मुख्यमंत्री को इस मुद्दे पर चुनाव आयोग को पत्र लिखकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। उन्होंने घोषणा की कि वर्तमान संसद सत्र के दौरान कांग्रेस 14 दिसंबर को दिल्ली में विशाल मार्च निकालेगी। सपकाल ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों की समस्याओं से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है और केंद्र से राहत राशि की मांग करने में भी विफल रही है।