FDA की कड़ी कार्रवाई! 176 रिटेलर्स और 39 होलसेलर्स के लाइसेंस रद्द

    11-Dec-2025
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FDA action
 Image Source:(Internet)
एबी न्यूज़ नेटवर्क।
महाराष्ट्र में नकली और घटिया दवाइयों की बिक्री पर बड़ी कार्रवाई करते हुए खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने पिछले एक वर्ष में 176 दवा विक्रेताओं और 39 थोक विक्रेताओं के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। राज्य विधानसभा में लिखित जवाब देते हुए एफडीए मंत्री नरहरी जिरवाल ने बताया कि यह कार्रवाई राज्यभर में चलाए गए विशेष अभियान के तहत की गई। भाजपा विधायक अमित साटम द्वारा उठाए गए सवाल के जवाब में जिरवाल ने कहा कि खांसी की दवाओं और अन्य दवाइयों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए, जिनमें कई गंभीर खामियां सामने आईं।
 
नकली खांसी की दवाएं और मिलावटखोरी का बड़ा खुलासा
अक्टूबर 2024 में एफडीए की ओर से की गई छापेमारी में कई मेडिकल स्टोर्स और कंपनियों में नकली खांसी की दवाइयां पाई गईं। जांच में सामने आया कि कई दवाओं के घटक बदल दिए गए थे या उन्हें मिलाकर नए नाम से बेचा जा रहा था। डॉक्टरों, फार्मासिस्टों और अस्पतालों को प्रोप्रानोलोल युक्त दवाएं बेचने या लिखने से मना किया गया। दस स्थानों से लिए गए 36 सैंपल की जांच में 34 असंदिग्ध और घटिया पाए गए। ये दवाएं हाइपरटेंशन, डायबिटीज, टीबी, हृदय रोग और रक्त शुद्धि जैसी गंभीर बीमारियों में इस्तेमाल होती थीं। एक विशेष बच्चों की खांसी की दवा के छह सैंपल भी खराब गुणवत्ता के पाए गए। साथ ही, कुछ बिना अनुमति वाली कंपनियों द्वारा सरकारी अस्पतालों में नकली दवाएं सप्लाई किए जाने का मामला भी सामने आया।

कर्मचारी कमी से प्रभावित जांच
मंत्री जिरवाल ने बताया कि दवाओं की जांच और निगरानी इसलिए भी बाधित हो रही है क्योंकि 176 ड्रग इंस्पेक्टर पद खाली पड़े हैं। फिलहाल महाराष्ट्र में मुंबई, नागपुर और पुणे में केवल तीन ही परीक्षण लैब हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (MPSC) के माध्यम से 109 ड्रग इंस्पेक्टरों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसके अलावा नासिक और पुणे की प्रयोगशालाओं को अपग्रेड करने के प्रयास भी तेज किए जा रहे हैं।