- शहर की राजनीति में मचा हड़कंप
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नागपुर :
उत्तर नागपुर विधानसभा क्षेत्र में कथित रूप से 8,000 से अधिक मुस्लिम मतदाताओं (Muslim voters) के नाम एक से अधिक स्थानों पर दर्ज होने के दावे के बाद शहर की राजनीति में हलचल मच गई है। राज्य के मंत्री आशीष शेलार के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में नई बहस छेड़ दी है। शेलार का कहना है कि यह मामला मतदाता सूची में पारदर्शिता और शुद्धता बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया गया है।
नितिन राऊत का पलटवार और शिकायत दर्ज
कांग्रेस विधायक डॉ. नितिन राऊत ने शेलार के इस दावे की तीखी निंदा करते हुए उन पर धार्मिक आधार पर मतदाताओं को बांटने का आरोप लगाया है। राऊत ने इस संबंध में चुनाव आयोग में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है और शेलार के बयान की जांच व कार्रवाई की मांग की है। राऊत का कहना है कि भाजपा समाज में धार्मिक ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही है, जो लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
राज्य में बढ़ रही मतदाता सूची में हेरफेर की शिकायत
विधानसभा चुनावों के बाद राज्य में मतदाता सूची में हेरफेर और नामों की पुनरावृत्ति की शिकायत तेजी से बढ़ी हैं। कुछ दिन पहले मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे* ने आरोप लगाया था कि भाजपा द्वारा जीती गई कुछ सीटों में एक ही व्यक्ति का नाम अलग-अलग सूचियों में दर्ज है। इसी के जवाब में शेलार ने महाविकास आघाड़ी के विधायकों के क्षेत्रों में बड़ी संख्या में मुस्लिम मतदाताओं के नाम दोहराए जाने का दावा किया था। इस पूरे विवाद के चलते उत्तर नागपुर सहित राज्य का राजनीतिक माहौल एक बार फिर गर्म हो गया है।