श्रेया घोषाल के रंग में रंगी संतरानगरी

17 Nov 2025 17:30:50
खासदार सांस्कृतिक महोत्सव का दसवां दिन ‘हाउसफुल’

Shreya GhoshalImage Source:(Internet) 
नागपुर।
खासदार सांस्कृतिक महोत्सव-2025 के दसवें दिन बॉलीवुड की मशहूर और सुरों की मलिका श्रेया घोषाल (Shreya Ghoshal) ने अपने सुरों, मधुर आवाज और लोकप्रिय गीतों से नागपुर को जैसे अपने ही रंग में रंग दिया। फिल्म भाग मिल्खा भाग के गीत ‘अपने ही रंग में मुझको रंग दे' से शुरुआत करते हुए श्रेया ने दर्शकों के दिलों को जीत लिया। इससे पहले श्रेया दो वर्ष पूर्व इस मंच पर प्रस्तुति दे चुकी थीं। यादें साझा करते हुए उन्होंने कहा, 'नागपुर के श्रोता संगीत के जानकार और संवेदनशील हैं, इसलिए यहां गीत चुनने में हमेशा विचार करना पड़ता है। मैं नितिन गडकरी जी की आभारी हूं कि इस महोत्सव में फिर आमंत्रित किया।'
 
रिकॉर्ड तोड़ भीड़ और जादुई प्रस्तुति
दोपहर 2 बजे से ही ईश्वर देशमुख शारीरिक शिक्षण महाविद्यालय के मैदान के बाहर लंबी कतारें लगनी शुरू हो गई थीं। पास की मांग शाम तक जारी रही और 5 बजे तक पूरा मैदान दर्शकों से भर चुका था। हजारों लोग प्रवेश की प्रतीक्षा में बाहर खड़े रहे, जबकि कई दर्शकों ने चौराहे पर लगी बड़ी स्क्रीन से कार्यक्रम का आनंद लिया।
 
स्टेज पर आते ही श्रेया का जोरदार स्वागत तालियों और जयकारों से हुआ। उन्होंने अपने शो की शुरुआत ‘सुन रहा है ना तू’ से की और फोन की रोशनी से जगमगाते जनसमूह को देखकर कहा, “ऐसा लग रहा है मानो आसमान के तारे धरती पर उतर आए हों।” श्रेया ने तुम क्या मिले, जादू है नशा है, ओ रंगरेज, दीवानी मस्तानी, मनवा लागे, पिंगा, बरसो रे सहित मराठी गीत जीव रंगला, बहरला हा माधुमास भी पेश किए। अंतराल में नितिन गडकरी ने श्रेया और उनके सह-कलाकार किंजल चटर्जी का सम्मान किया।
 
गरिमा पूर्ण उद्घाटन और कलाकारों का सम्मान
कार्यक्रम की शुरुआत संघीय मंत्री एवं महोत्सव के प्रेरणास्रोत नितिन गडकरी के भाषण और दीप प्रज्वलन से हुई। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति का भी वैसा ही सम्मान हुआ। गिटारिस्ट पीयूष भूटे और ‘प्रलय बैंड’ के कलाकारों ने गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत की और उन्हें भी मंच पर सम्मानित किया गया।
 
धन्यवाद नागपुर: नितिन गडकरी का संदेश
नितिन गडकरी ने नागपुर की जनता के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, “पिछले दस सालों से नागपुर ने सांस्कृतिक महोत्सव को अभूतपूर्व प्रेम दिया है। आज श्रेया घोषाल के कार्यक्रम को मिले प्रतिसाद ने इसे और खास बना दिया। मुझे पता है कि जितने लोग अंदर थे, उतने ही बाहर इंतजार कर रहे थे। जो दर्शक इस बार प्रवेश नहीं कर सके, उनसे मैं क्षमा चाहता हूं। अगली बार और बेहतर व्यवस्था की जाएगी।”
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