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मुंबई।
देश की सबसे समृद्ध महानगरपालिका मानी जाने वाली बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) के चुनावी बिगुल के साथ ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब मुंबई महानगरपालिका चुनाव 2025 की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि इस बार मुंबई का सत्ता ताज किसके सिर सजेगा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना या उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT)।
शिंदे की शिवसेना में शामिल हुए कई पूर्व नगरसेवक
2017 के BMC चुनावों में शिवसेना ने 84 सीटें जीती थीं। इसके बाद चार निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से यह आंकड़ा 88 तक पहुंचा। इसके पश्चात् महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के छह नगरसेवक शिवसेना में शामिल हुए, जिससे कुल संख्या 94 हुई। कार्यकाल समाप्त होने से पहले उपचुनाव और जाति सत्यापन के बाद यह संख्या बढ़कर 99 तक पहुंच गई। हालांकि, शिवसेना में विभाजन के बाद कई नगरसेवक एकनाथ शिंदे के खेमे में चले गए। वर्तमान में 44 पूर्व नगरसेवक शिंदे की शिवसेना में हैं, जबकि 55 नगरसेवक उद्धव ठाकरे के पक्ष में बने हुए हैं। शिंदे गुट में शामिल होने वाले प्रमुख नामों में शीतल म्हात्रे, यशवंत जाधव, सुवर्णा करंज, परमेश्वर कदम, वैशाली शेवाले, दिलीप लांडे, मानसी दलवी, किरण लांडे, समाधान सरवणकर, अमेय घोले, संतोष खरात, दत्ता नरवणकर, सान्वी तांडेल और आत्माराम चाचे शामिल हैं।
227 वार्डों की अंतिम रचना हुई घोषित
राज्य चुनाव आयोग ने बृहन्मुंबई महानगरपालिका के कुल 227 वार्डों की अंतिम संरचना को मंजूरी दे दी है। महानगरपालिका द्वारा जारी प्रारूप पर 494 आपत्तियां और सुझाव प्राप्त हुए थे, जिन्हें शहरी विकास विभाग ने विचार कर राज्य चुनाव आयोग को भेजा था। अंतिम मंजूरी के बाद अब BMC की जनसंख्या 1 करोड़ 24 लाख 337 को 227 वार्डों में विभाजित किया गया है। इस संरचना के साथ ही मुंबई में चुनावी सरगर्मी और तेज हो गई है, और राजनीतिक दलों ने अपने-अपने गणित साधने शुरू कर दिए हैं।