नागपुर।
बेसा-पिपला (Besa Pipla) क्षेत्र के नागरिकों का सब्र आखिरकार टूट गया। रविवार को सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए और अधूरे सड़क निर्माण कार्यों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। पिछले कई महीनों से बेसा टी-पॉइंट से लेकर पिपला टी-पॉइंट तक करीब दो किलोमीटर लंबा मार्ग निर्माणाधीन है, जो बेहद धीमी गति से चल रहा है। इस देरी और खराब सड़कों ने नागरिकों के लिए आवागमन दुश्वार कर दिया है। हाल ही में लक्ष्मी मार्ट के सामने हुए एक भीषण हादसे में एक वरिष्ठ नागरिक की मौत ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैला दिया।
प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि निर्माण कार्य महीनों से ठप पड़ा है। भारी वाहनों की आवाजाही और बरसात ने सड़क की स्थिति और बिगाड़ दी है। जगह-जगह गड्ढे और टूटी सतहें दुर्घटनाओं का कारण बन रही हैं। प्रदर्शन के दौरान नागरिकों ने “काम शुरू करो, जान बचाओ” जैसे नारे लगाए और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना है कि यह सड़क अब दुर्घटनाओं का गढ़ बन चुकी है और कई बार शिकायत करने के बावजूद न तो मनपा और न ही लोक निर्माण विभाग (PWD) ने ठोस कदम उठाए हैं।
चार माह में पूरा करने का आश्वासन
सूत्रों के अनुसार, सड़क निर्माण में देरी का कारण राज्य सरकार की वित्तीय तंगी है। लोक निर्माण विभाग को ठेकेदारों का भुगतान नहीं किया गया है, जिससे काम की रफ्तार रुक गई है। नागरिकों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही सड़क का काम पूरा नहीं हुआ, तो वे आने वाले बेसा नगर पंचायत चुनावों का बहिष्कार करेंगे। वहीं, सड़कों के बीच में खड़े बिजली के खंभे भी दुर्घटनाओं के लिए खतरा बने हुए हैं। प्रदर्शन के बाद कार्यकारी अभियंता संदीप शेंडे ने नागरिकों को आश्वासन दिया कि सीमेंट रोड का काम चार माह में पूरा कर लिया जाएगा और प्रक्रिया को तेज किया जाएगा ताकि लोगों को और असुविधा न झेलनी पड़े।