Faridabad : 360 किलो विस्फोटक और राइफल बरामद! जम्मू-कश्मीर के डॉक्टर से पूछताछ पर बड़ा खुलासा

10 Nov 2025 18:44:47
फरीदाबाद मेडिकल कॉलेज से मिली भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री

explosives and a rifle recoveredImage Source:(Internet) 
एबी न्यूज़ नेटवर्क।
फरीदाबाद (Faridabad) के अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में पुलिस ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस की एक विशेष टीम ने यहां से 360 किलो संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट और एक असॉल्ट राइफल बरामद की है। यह कार्रवाई उस जानकारी के आधार पर की गई, जो कश्मीर के डॉक्टर आदिल अहमद रदर की गिरफ्तारी के बाद सामने आई। आदिल को कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों से जुड़ी जांच के दौरान गिरफ्तार किया गया था। जांच में सामने आया कि फरीदाबाद में स्थित कॉलेज में विस्फोटक सामग्री छिपाई गई है, जिसके बाद संयुक्त अभियान चलाकर यह जब्ती की गई।
 
पूछताछ में उजागर हुआ आतंकी नेटवर्क, दूसरा डॉक्टर भी गिरफ्तार
जांच के दौरान पुलिस ने एक और डॉक्टर, मुझम्मिल शकील, को गिरफ्तार किया है जो अल-फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाते थे। शुरुआती खबरों में दावा किया गया था कि 350 किलो आरडीएक्स और दो AK-47 राइफल बरामद हुई हैं, लेकिन बाद में पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार ने स्पष्ट किया कि यह पदार्थ आरडीएक्स नहीं बल्कि अमोनियम नाइट्रेट है, जो विस्फोटक बनाने में प्रयोग किया जाता है। उन्होंने कहा, “यह जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस का संयुक्त अभियान है। जांच जारी है, और बरामद किया गया रासायनिक पदार्थ अत्यंत ज्वलनशील है।” इसके साथ ही पुलिस ने उस मस्जिद के इमाम को भी हिरासत में लिया है, जहां डॉ. मुझम्मिल नमाज अदा करने जाया करते थे। इमाम की पत्नी ने कहा, “पुलिस अचानक आई और इमाम साहब को ले गई। वे बीस साल से यहां सेवा कर रहे हैं।”

अनंतनाग से फरीदाबाद तक फैला शक का दायरा
पुलिस के अनुसार, जांच की शुरुआत डॉक्टर आदिल की गिरफ्तारी से हुई थी। उनके पूछताछ के दौरान मिले सुराग ने पुलिस को डॉक्टर मुझम्मिल तक पहुंचाया, जिसके बाद फरीदाबाद में यह बड़ी बरामदगी हुई। सूत्रों के मुताबिक, कम से कम तीन डॉक्टर ऐसे हैं जो लगातार संपर्क में थे और जिनके रिश्ते दक्षिण कश्मीर से हरियाणा तक फैले हुए हैं। शुरुआती जांच से संकेत मिल रहे हैं कि यह कोई व्यक्तिगत साजिश नहीं, बल्कि संगठित आतंकी नेटवर्क का हिस्सा है, जो मेडिकल संस्थानों की आड़ में काम कर रहा था। पिछले तीन दिनों में जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में 500 से अधिक ठिकानों पर छापे मारे जा चुके हैं और 30 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है।
 
एनआईए और खुफिया एजेंसियां सतर्क, जल्द खुल सकता मास्टरमाइंड का राज़
फरीदाबाद में हुए इस बड़े खुलासे के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) भी सक्रिय हो गई हैं। जब्त की गई राइफल और विस्फोटक की फॉरेंसिक जांच जारी है ताकि इसके स्रोत का पता लगाया जा सके। अधिकारियों का मानना है कि आने वाले घंटों में पूछताछ से अहम जानकारी मिल सकती है। पुलिस यह जांच कर रही है कि गिरफ्तार डॉक्टरों को किसी आतंकी संगठन से वैचारिक या आर्थिक रूप से सहायता मिली थी या नहीं। जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह केवल एक व्यक्ति का मामला नहीं, बल्कि एक संगठित नेटवर्क का हिस्सा है। हम जल्द ही इस साजिश के मास्टरमाइंड तक पहुंच जाएंगे।” फरीदाबाद से उठे इस धमाकेदार मामले ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि आतंक के तंतु अब छोटे शहरों और शैक्षणिक संस्थानों तक भी फैल चुके हैं और सुरक्षा एजेंसियों के लिए यह चेतावनी से कम नहीं।
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