- अंबाला एयरबेस पर नई इतिहास रचना
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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
हरियाणा के अंबाला वायुसेना स्टेशन से आज देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने अत्याधुनिक लड़ाकू विमान *राफेल* में उड़ान भरकर इतिहास रच दिया। यह पहली बार है जब किसी भारतीय राष्ट्रपति ने राफेल विमान में उड़ान भरी है। इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मू ने विशेष पायलट फ्लाइट सूट पहना और वायुसेना कर्मियों से औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर प्राप्त किया। लगभग 20 मिनट तक चले इस उड़ान अनुभव में उन्होंने भारतीय वायुसेना की तकनीकी दक्षता और सामरिक क्षमता का प्रत्यक्ष अनुभव किया। खास बात यह रही कि इस ऐतिहासिक उड़ान का संचालन एक महिला पायलट ने किया, जिससे यह क्षण और भी गौरवशाली बन गया।
इतिहास की परंपरा को नई ऊंचाई
इससे पहले वर्ष 2009 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरकर इतिहास रचा था। उससे पूर्व पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने भी भारतीय वायुसेना की शक्ति का अनुभव किया था। राष्ट्रपति मुर्मू ने आज उसी गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाते हुए एक नया अध्याय जोड़ा है। यह उड़ान न केवल महिलाओं की बढ़ती भूमिका का प्रतीक है बल्कि भारतीय वायुसेना की आधुनिकता और क्षमता का भी परिचायक है।
'ऑपरेशन सिंदूर’ के सैनिकों को सम्मान
इस अवसर पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। राष्ट्रपति मुर्मू ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भाग लेने वाले सैनिकों को विशेष रूप से सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान अंबाला एयरबेस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। राष्ट्रपति की इस ऐतिहासिक उड़ान ने पूरे वायुसेना ठिकाने पर उत्साह और गर्व का माहौल बना दिया। यह क्षण भारत के रक्षा इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया है।