ढाका में ‘विवादित तोहफा’ से मचा हंगामा
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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
बांग्लादेश के अंतरिम नेता मोहम्मद यूनुस (Yunus) एक बड़े विवाद में घिर गए हैं, जब उन्होंने पाकिस्तान के जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को एक ऐसी पुस्तक भेंट की, जिसके कवर पर भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को बांग्लादेश का हिस्सा दिखाया गया है। यह घटना ढाका में सप्ताहांत के दौरान हुई, जब पाकिस्तान के संयुक्त चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष जनरल मिर्जा ने बांग्लादेश का दौरा किया। यूनुस ने मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं, जिनमें वह “Art of Triumph” नामक पुस्तक भेंट करते नजर आए। पुस्तक के कवर पर दिखाया गया विकृत नक्शा “ग्रेटर बांग्लादेश” के कट्टरपंथी इस्लामी नैरेटिव से मेल खाता है। तस्वीर सामने आते ही सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं शुरू हो गईं और यूनुस पर भारत की संप्रभुता से छेड़छाड़ करने के आरोप लगे। भारत के विदेश मंत्रालय ने फिलहाल इस पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
पाक-बांग्लादेश संबंधों में नई नज़दीकियां
शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद अगस्त 2024 से अंतरिम नेतृत्व संभालने वाले यूनुस के शासनकाल में ढाका और इस्लामाबाद के बीच संबंधों में स्पष्ट रूप से गर्मजोशी देखी जा रही है। जनरल मिर्जा से मुलाकात भी इसी बदलते समीकरण का संकेत देती है। यूनुस पहले भी भारत के पूर्वोत्तर पर विवादित बयान दे चुके हैं। अप्रैल 2025 में चीन यात्रा के दौरान उन्होंने कहा था कि “भारत के सात पूर्वोत्तर राज्य समुद्र से कटे हुए हैं और बांग्लादेश ही उनके लिए सागर का रक्षक है।” उनके इस बयान की भारत में कड़ी आलोचना हुई थी, जिसे चीन के साथ बांग्लादेश की नज़दीकी बढ़ाने की रणनीति के रूप में देखा गया।
भारत-बांग्लादेश रिश्तों में तनाव और रणनीतिक असर
यूनुस के बयानों के बाद भारत ने अपने उत्तर-पूर्व को लेकर रणनीतिक कदम तेज किए हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पूर्वोत्तर को “बिम्सटेक देशों के लिए प्रमुख केंद्र” बताया और बांग्लादेश के साथ ट्रांजिट समझौता भी रद्द कर दिया। इस बीच, यूनुस के करीबी मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) फजलुर रहमान के उस बयान ने स्थिति और बिगाड़ दी, जिसमें उन्होंने चीन के सहयोग से भारत के पूर्वोत्तर राज्यों पर कब्जा करने की बात कही थी। 2024 में यूनुस के एक अन्य सहयोगी ने ‘ग्रेटर बांग्लादेश’ का नक्शा साझा किया था, जिसमें पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और असम के हिस्से शामिल थे। इन तमाम विवादों पर यूनुस की चुप्पी अब भारत-बांग्लादेश संबंधों में गहराते तनाव का प्रतीक बन गई है।