लक्ष्मी पूजन स्पेशल : समृद्धि, दीपों और अंकों की दिव्यता

20 Oct 2025 10:00:43
- दिवाली की मुख्य तिथि और महत्व

Lakshmi Pujan SpecialImage Source:(Internet) 
एबी न्यूज़ नेटवर्क।
मुख्य दिवाली, जिसे लक्ष्मी पूजन (Lakshmi Pujan) के रूप में मनाया जाता है, पूरे वर्ष का सबसे महत्वपूर्ण पर्व है। यह दिन धन, समृद्धि और सुख-शांति का प्रतीक माना जाता है। परंपरा के अनुसार इस दिन माता लक्ष्मी, धन और वैभव की देवी, अपने भक्तों पर कृपा दृष्टि डालती हैं। घरों को स्वच्छ और दीपों से सजाकर लोग उन्हें आमंत्रित करते हैं। अंकशास्त्र के अनुसार, इस दिन का तिथि-संयोग विशेष ऊर्जा प्रदान करता है। मुख्य दिवाली का अंक 3 (त्रयोदशी + चतुर्थांश गणना) ज्ञान, समृद्धि और रचनात्मकता का प्रतीक है। दीपों की रोशनी और अंकों की शक्ति मिलकर व्यक्ति के जीवन में नकारात्मकता को दूर कर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है।
 
अंक 3 और लक्ष्मी पूजन का गूढ़ संबंध
लक्ष्मी पूजन के दिन अंक 3 का महत्व विशेष होता है। अंक 3 गुरु और सृजन का प्रतीक है। जैसे गुरु ज्ञान प्रदान करते हैं, वैसे ही माता लक्ष्मी हमें आर्थिक और मानसिक समृद्धि का मार्ग दिखाती हैं। अंक 3 की ऊर्जा उत्साह, आत्मविश्वास और रचनात्मकता बढ़ाती है। इस दिन घर में दीप जलाना और लक्ष्मी जी की पूजा करना न केवल धार्मिक परंपरा है, बल्कि यह अंकशास्त्र के अनुसार जीवन में सफलता, सौभाग्य और समृद्धि की ऊर्जा को आकर्षित करने का भी माध्यम है।
 
दिवाली के पांच दिवसीय उत्सव में अंकशास्त्र की भूमिका
दिवाली के पांच दिन प्रत्येक अंक की विशेष ऊर्जा से जुड़े होते हैं धनतेरस (1), नरक चतुर्दशी (2), लक्ष्मी पूजन (3), गोवर्धन पूजा (4) और भाईदूज (5)। लक्ष्मी पूजन का दिन तीसरे अंक का प्रतीक है। यह दिन हमें बताता है कि रचनात्मक सोच, ज्ञान और सकारात्मक दृष्टिकोण ही वास्तविक संपन्नता लाते हैं। दीपों की रोशनी केवल घर को ही नहीं, बल्कि व्यक्ति के अंदर की नकारात्मकता को भी मिटाती है। अंक 3 की ऊर्जा का सही उपयोग करके हम अपने घर और जीवन को खुशियों और समृद्धि से भर सकते हैं।
 
लक्ष्मी पूजन पर अंकशास्त्र आधारित शुभ उपाय
इस दिन पूजा स्थल को स्वच्छ और सुंदर सजाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। अंकशास्त्र के अनुसार, यदि आपका जन्मांक 3 है, तो लाल या पीले रंग के दीपक और वस्त्र का प्रयोग करें। उत्तर दिशा में दीपक जलाने से धन की प्राप्ति होती है, पूर्व दिशा में स्वास्थ्य और दक्षिण दिशा में सुरक्षा सुनिश्चित होती है। लक्ष्मी पूजन का उद्देश्य केवल धन प्राप्त करना नहीं, बल्कि मन, विचार और कर्म की शुद्धि करना है। दीपों की रोशनी और अंक 3 की सकारात्मक ऊर्जा मिलकर जीवन में स्थिरता, समृद्धि और सफलता का मार्ग प्रशस्त करती हैं।
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